कासगंज: जनपद में 01 मई 2023 को हुई हल्की वर्षा से मक्का की फसल को कोई नुकसान नहीं है, बल्कि किसानों को इस वर्षा से फायदा है। रबी फसल के कटने के बाद अधिकतर किसानों के खेत खाली है। खाली खेत की ग्रीष्मकालीन गहरी जुताई के लिए यह उपयुक्त समय है। ग्रीष्मकालीन गहरी जुताई करने से कई लाभ हैं। इस जुताई से मिट्टी की सतह पर पड़ी फसल अवशेष की पत्तियां, पौधो की जड़े एवं खेत मे उगे हुए खरपतवार आदि नीचे दब जाते हैं, जो सड़ने के बाद खेत की मिट्टी में जीवाश्म, कार्बनिक खादों की मात्रा में बढ़ोतरी करते है, गहरी जुताई से गर्मी में तेज धूप से खेत के नीचे की सतह पर पनप रहे कीड़े मकोड़े बीमारियों के जीवाणु खरपतवार के बीज आदि मिट्टी के ऊपर आने से खत्म हो जाते हैं। भूमि में वायु संचार एवं जलधारण क्षमता बढ़ जाती है। भूमि की उर्वरता स्तर एवं मृदा की भौतिक दशा या भूमि संरचना में सुधार होता है।

जिला कृषि अधिकारी सुमित कुमार चौहान ने उक्त जानकारी देते हुये बताया कि ढैंचा का बीज कृषि विभाग के राजकीय बीज गोदाम व किसान कल्याण केन्द्र पर उपलब्ध है। इस पर राज्य सरकार द्वारा 50 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है, इच्छुक किसान राजकीय बीज भण्डार से ढैंचा का बीज प्राप्त कर सकते हैं।

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