मिलावट रोकने के लिये सराहनीय कार्य करने वाले व्यक्ति होंगे सम्मानित। व्यापारी बन्धु व अन्य लोग मिलावट रोकने के लिये विभाग को दें अपने सुझाव।, जिससे जनसामान्य को मिलें शुद्व खाद्य पदार्थ।

कासगंज: अपर जिलाधिकारी डा0 वैभव शर्मा की अध्यक्षता में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग की जिला स्तरीय बैठक का आयोजन व्यापारियों, अधिकारियों, अधिवक्ताओं एवं स्वैच्छिक संगठनों के सदस्यों के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया।
अपर जिलाधिकारी ने बैठक को सम्बोधित करते हुये कहा कि खाद्य पदार्थों में मिलावट करके मानव जीवन को खतरे में न डाला जाये। व्यापारी बन्धु स्वयं भी जागरूक हों और मानव स्वास्थ्य को बीमारियों से बचाने के लिये खाद्य पदार्थों में मिलावट न होने दें। खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने के लिये सराहनीय कार्य करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित कराया जायेगा। व्यापारी बन्धु व अन्य सदस्य मिलावट रोकने के लिये विभाग को अपने सुझाव दे सकते हैं। जिससे जनसामान्य को शुद्व खाद्य पदार्थ मिल सकें।
उन्होंने कहा कि जनसामान्य को खाद्य पदार्थों में मिलावट के प्रति निरंतर जागरूक किया जाये। दुकानदार ग्राहकों के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। दूध, आटा, खाद्य पदार्थ, घी, तेल, बिस्कुट, मिठाई सहित सभी खाद्य पदार्थों में मिलावट न हो तथा प्रतिष्ठानों में इन्हें बनाने और रखने में साफ सफाई का पूरा ध्यान रखें। विभाग द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से खुले खाद्य तेल और खुले मसाले बेंचने को प्रतिबंधित कर दिया गया है। इन्हें बंद पैकेट में ही बेंचा जाये। खुले खाद्य पदार्थों में मिलावट की ज्यादा आशंका रहती है। पैकेट खरीदते समय एक्सपायरी डेट अवश्य देख लें।
सहायक आयुक्त खाद्य सुनील कुमार तथा मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी आनंद कुमार ने बताया कि खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने के लिये निरंतर निरीक्षण अभियान संचालित है। खाद्य पदार्थों के नमूने लिये जा रहे हैं, परीक्षण में नमूने फेल होने पर सम्बंधितों के विरूद्व जुर्माने की कार्यवाही की गई है। हरी सब्जियों में रंगने की शिकायत पर शिमला मिर्च, परवल व अन्य सब्जियों के नमूने लिये गये हैं। रक्षाबंधन पर घी और मिठाइयों के नमूने लिये गये, खराब खाद्य पदार्थों को मौके पर ही नष्ट कराया गया। कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में ईट राइट स्कूल की शुरूआत की गई है, जिसके द्वारा टीमें समय समय पर स्कूल पहुंच कर स्वस्थ भोजन के लिये मार्गदर्शन करेंगी। बैठक में सदस्यों द्वारा स्कूलों के मध्यान्ह भोजन के शुद्वता की समय समय पर जांच कराने का सुझाव दिया गया।
बैठक में वाणिज्य कर, मण्डी एवं सम्बंधित विभागों के अधिकारी तथा सभी न0पा0/न0पंचायतों के ईओ एवं बड़ी संख्या में व्यापारीगण व स्वैच्छिक संगठनों के सदस्य उपस्थित रहे।

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