महिलायें सुरक्षित होने के साथ ही शिक्षित भी हों ताकि उन्हें मिले योजनाओं का पूरा लाभ-श्रीमती निर्मला दीक्षित

कासगंज (सू0वि0)। मा0 सदस्या राज्य महिला आयोग उ0प्र0 श्रीमती निर्मला दीक्षित की अध्यक्षता में गुरूवार को जनपद के विकास खण्ड सोरों के सभागार में मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत महिला जनसुनवाई कार्यक्रम एवं जागरूकता चौपाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जनसुनवाई में महिलाओं द्वारा अपनी अपनी समस्या, शिकायतों से सम्बन्धित 16 प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर अपने मन की बात कही गई। सभी प्रार्थना पत्रों को त्वरित कार्यवाही करते हुये एक सप्ताह के अन्दर अनिवार्यरूप से निस्तारित कर अवगत कराने के सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये गये। इससे पूर्व श्रीमती दीक्षित द्वारा ब्लाक सोरों परिसर में वृक्षारोपण भी किया।

श्रीमती दीक्षित ने कहा कि केन्द्र व उत्तर प्रदेश सरकार महिला उत्पीड़न को रोकने के लिये बेहद गंभीर है। महिलाओं को सशक्त बनाने तथा सभी योजनाओं की जानकारी देकर जागरूक करने के लिये महिला सशक्तिकरण अभियान निरंतर जारी है। महिला उत्पीड़न की रोकथाम हेतु सरकार द्वारा राज्य महिला आयोग के माध्यम से पीड़ित महिलाओं को शीघ्र न्याय दिलाने के उद्देश्य से प्रत्येक जिला स्तर पर महिला जनसुनवाई की अलग से व्यवस्था की गई है। सरकार की मंशा है कि योजनाओं का लाभ सभी पात्रों तक अवश्य पहुंचे, जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो। महिलायें सुरक्षित होने के साथ ही शिक्षित भी हांे, जिससेे उन्हें उन सभी योजनाओं का लाभ मिले जो उनके लिये बनी हैं। महिला चैपाल के माध्यम से गरीब, असहाय, दिव्यांग, पीड़ित महिलाओं को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास किया गया है। एक सप्ताह के बाद प्रार्थना पत्रांें के निस्तारण का फीड बैेक लिया जायेगा।

श्रीमती दीक्षित ने कहा कि ग्रामीण अंचल की महिलायें साक्षरता की कमी के कारण योजनाओं का लाभ लेने में पीछे रह जाती हैं। ऐसी वंचित महिलाओं द्वारा आज अपने मन की बात बताई गई है। किसी के कागजात पूरे नहीं हैं। किसी का आधार कार्ड तो किसी का राशन कार्ड नहीं बना है। कोई आवेदन पत्र नहीं लिख पा रही हैं। वृद्वावस्था पेंशन हेतु आय प्रमाण पत्र नहीं बना है। विभागीय कर्मचारी इस कार्य में उनका पूरा सहयोग करेंगे। आंगनबाड़ी महिलाओं द्वारा पुष्टाहार देर से मिलने की शिकायत का समाधान कराया जायेगा।

कार्यक्रम में बताया गया कि जो बच्चे पढ़ने की उम्र में भीख मांग रहे हैं, उन्हें रेस्क्यू कर उनकी काउंसलिंग की जा रही है। जनपद में 05 बाल विवाह रोके गये हैं। उन्हांेने कहा कि जो वृद्वाश्रम में रह रहे हैं उनके परिजनों की काउंसिलिंग की जाये कि वे अपने माता पिता के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन करें।

इस अवसर पर जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी ज्ञान देवी, परियोजना अधिकारी डूडा, जिला समन्वयक बालिका शिक्षा, एडीओ समाज कल्याण एवं सम्बन्धित पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।

 

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