सनातन धर्म में हफ्ते के हर दिन को धार्मिक रूप से जोड़ा गया है। प्रत्येक दिन किसी न किसी देवी देवता को समर्पित है। गुरुवार का दिन भी कई मायनों में बहुत खास है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गुरुवार का दिन विष्णु भगवान का होता है। विष्णु भगवान के आशीर्वाद से सभी तरह की परेशानियों से छुटकारा मिल जाता है। भाग्य साथ नहीं दे रहा है या कोई भी समस्या चल रही है ऐसे में गुरुवार का व्रत रखने से सभी परेशानियों से छुटकारा मिलता है और भाग्योदय भी होता है। मान्यता है गुरुवार को व्रत रखने से शारीरिक कष्ट दूर होते हैं। आइए जानते हैं गुरुवार के व्रत किन लोगों को रखना चाहिए।
इन लोगों को रखना चाहिए गुरुवार का व्रत
– जिन लोगों की कुंडली में गुरु गृह कमजोर स्थिति में है, उनको गुरुवार का व्रत रखना चाहिए। व्रत रखने से गुरु की स्थिति मजबूत होती है। और साथ ही जीवन में सफलता मिलती है।
– इसके अतिरिक्त धनु या मीन राशि के जातक यदि यह व्रत रखते हैं तो उनको इसका लाभ प्राप्त होगा। वैवाहिक जीवन सुखद रहेगा और साथ ही जीवन में सफलता मिलेगी।
– यदि किसी की शादी में बाधा आ रही है, उन्हें गुरुवार का व्रत अवश्य रखना चाहिए। ऐसा करने से शीघ्र ही विवाह होता है वैवाहिक जीवन सुखद बीतता है।
– जो जातक जीवन के हर क्षेत्र में बार-बार असफल हो रहे हों तो गुरुवार का व्रत रखें। जातक गुरुवार के कम से कम 11 गुरुवार का व्रत अवश्य रखें। इससे आपको सफलता अवश्य मिलेगी।
– जो जातक अपनी बुरी आदत छोड़ना चाहते हैं यदि वह गुरुवार का व्रत रखेंगे तो जल्द ही अपने व्यसनों से छुटकारा पा लेंगे।
गुरुवार के उपाय
गुरुवार के दिन व्रत के साथ यदि ये उपाय किए जाएं तो किस्मत चमक सकती है। आइए जानते हैं क्या हैं वो उपाय-
– गुरुवार के दिन पीले वस्त्र धारण करने चाहिए। भगवान विष्णु को पीला रंग प्रिय है।इससे भगवान विष्णु की कृपा होती है।
– गुरुवार के दिन बाल नहीं धोने चाहिए, न ही इस दिन साबुन शैम्पू का प्रयोग करना चाहिए।
– गुरुवार के दिन किसी काली गाय को पीले लड्डू खिलाना चाहिए इससे आपका रुका हुआ धन मिल जाता है।
– गुरुवार के दिन नहाने के पानी में सात चुटकी हल्दी मिलाकर नहाना चाहिए। इससे सारें बिगड़ते हुए काम बन जाते हैं। कार्य में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।
– गुरुवार की पूजा में चने की दाल का प्रयोग किया जाता है इसलिए इस दिन चने की दाल का दान करना भी शुभ रहता है। इससे धन से संबंधित परेशानियां दूर होती हैं साथी ही मानसिक शांति का अनुभव भी होता है।