शिव जी का प्रिय माह सावन शुरू हो गया है। 23 अगस्त को सावन माह की पूर्णिमा है। सावन माह की पूर्णिमा पर रक्षाबंधन भी मनाया जाता है। 23 अगस्त तक शिव पूजा के साथ ही दान-पुण्य भी जरूर करना चाहिए।
शिवलिंग का पूजन करें और इसके बाद जरूरतमंद लोगों को धन-अनाज का दान करें। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार सावन माह में शिव पूजा करने पर भक्त के नकारात्मक विचार खत्म होते हैं और मन शांत होता है।
शिवपुराण में शिवलिंग पर चढ़ाई जाने वाली कई चीजों का बारे में बताया गया है। शिव पूजा में चंदन, बिल्वपत्र, दूध, सफेद वस्त्र चढ़ाना चाहिए। इनके साथ अलग-अलग अनाज और फूल भी शिवलिंग पर चढ़ाएं। पूजा में ऊँ नम: शिवाय मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। महामृत्युंजय मंत्र – ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।
शिवलिंग पर चावल अनिवार्य रूप से चढ़ाना चाहिए। ध्यान रखें चावल टूटे न हों। चावल चढ़ाने से धन संबंधी कार्यों में आ रही बाधाएं खत्म हो सकती हैं। साथ ही, काले तिल, खड़े मूंग, लाल मसूर की दाल, चने की दाल, जौ भी शिवलिंग पर चढ़ा सकते हैं।
जो लोग शिवलिंग पर गेहूं चढ़ाते हैं और सावन में गेहूं का दान करते हैं, उनके घर में अन्न की कमी नहीं होती है। संतान सुख मिलता है। शिवलिंग पर बिल्वपत्र, आंकड़े के फूल, धतूरा चढ़ाना बहुत शुभ माना गया है। इससे सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।