साल के आखिरी हफ्ते में लगातार तीन दिन व्रत रहेंगे। इस सप्ताह 2 ग्रहों का राशि परिवर्तन भी होगा। बुधवार को बुध ग्रह राशि बदलकर मकर में आ जाएगा। इसके अगले दिन सफला एकादशी व्रत रहेगा। फिर साल के आखिरी दिन शुक्र प्रदोष और नए साल के पहले दिन शिव चतुर्दशी व्रत रहेगा। इस तरह लगातार दो दिन शिव पूजा का संयोग बनेगा। इनमें बुधवार को बुध और शुक्रवार को शुक्र ग्रह का राशि परिवर्तन होना बड़ा संयोग माना जा रहा है।
29 दिसंबर, बुधवार: ज्योतिषीय नजरिये से ये दिन खास है। इस दिन का स्वामी ग्रह यानी बुध धनु राशि से निकलकर मकर में आ जाएगा। इस राशि में शनि और शुक्र, पहले से ही है। बुध के राशि बदलने से देश की आर्थिक गतिविधियां प्रभावित होंगी।
30 दिसंबर, गुरुवार: बृहस्पतिवार को भगवान विष्णु का दिन मान जाता है। इसलिए इसे हरिवासर भी कहा गया है। इस दिन एकादशी तिथि का होना शुभ संयोग है। गुरुवार और एकादशी तिथि में की गई विष्णु पूजा का कई गुना शुभ फल मिलता है।
31 दिसंबर, शुक्रवार: ये दिन ज्योतिष के साथ धार्मिक नजरिये से भी खास है। इस वार का स्वामी शुक्र, इस दिन मकर राशि से निकलकर एक राशि पीछे की ओर यानी धनु में प्रवेश कर जाएगा। इस राशि में सूर्य पहले से ही मौजूद है। सूर्य और शुक्र के एकसाथ होने से देश में बड़े प्रशासनिक फैसले और बॉलीवुड से जुड़ी कोई बड़ी घटना हो सकती है। साथ ही इस दिन त्रयोदशी तिथि होने से शुक्र प्रदोष के संयोग में की गई शिव पूजा समृद्धि देने वाली रहेगी।
1 जनवरी, शनिवार: नए साल के पहले दिन चतुर्दशी तिथि रहेगी। शनिवार को मासिक शिवरात्रि का संयोग होने से ये दिन शिव पूजा के लिए खास रहेगा। इस दिन भगवान शिव को तिल के तेल का दीपक लगाने से हर तरह के दोष और परेशानियां दूर होती हैं। साथ ही शनि दोष में भी राहत मिलती है।