आज 27 अप्रैल को हनुमान जयंती है। त्रेता युग में चैत्र पूर्णिमा पर ही हनुमानजी का जन्म हुआ था। मंगलवार को चैत्र मास खत्म होगा और बुधवार से वैशाख माह शुरू हो जाएगा। 27 अप्रैल की रात चंद्र सामान्य आकार से थोड़ा बड़ा और कुछ ज्यादा चमकदार दिखाई देगा। ये साल का पहला सुपरमून रहेगा।

उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार चैत्र पूर्णिमा यानी हनुमान जयंती पर हनुमानजी के सामने दीपक जलाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करें। जब हनुमानजी का जन्म हुआ था, उस समय उच्च के मंगल की उच्च के सूर्य पर दृष्टि थी। इस साल हनुमान जयंती पर सूर्य उच्च का रहेगा। शनि स्वराशि मकर में और गुरु कुंभ राशि में होगा। सूर्य, बुध और शुक्र का योग मेष राशि बना हुआ है। राहु वृषभ में और केतु वृश्चिक राशि में होगा।

मंगल के उच्च राशि मकर में रहते हुए हनुमानजी का जन्म हुआ था। मंगलवार का हनुमानजी से गहरा संबंध है, क्योंकि उनका जन्म मंगलवार को हुआ था। उनके आराध्य श्रीराम का जन्म भी मंगलवार को ही हुआ था। श्रीराम जन्म के समय भी मंगल उच्च की राशि मकर में ही स्थित था।

99.7 प्रतिशत चमक के साथ दिखेगा चंद्र

भोपाल की विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया 27 अप्रैल की रात 2021 का पहला सुपरमून दिखाई देगा। चंद्र शाम को करी 7.09 बजे पूर्व दिशा में उदित होगा। उस समय चंद्र का आकार सामान्य पूर्णिमा की तुलना में कुछ बड़ा होगा और ज्यादा चमकदार रहेगा। चंद्र 99.7 प्रतिशत चमक के साथ दिखेगा। इस मून को यूएसए में बसंत ऋतु के आरंभ में खिलने वाले गुलाबी फूलों के आधार पर पिंक मून कहा जाता है।

चंद्र पृथ्वी से लगभग 3,58,113 किमी दूर रहेगा। चंद्र को रात भर देखा जा सकेगा। इस साल दो सुपरमून दिखेगा। 27 अप्रैल के बाद 26 मई को भी सुपरमून दिखेगा।

 

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