व्यक्तित्व विकास में प्रशिक्षण महत्वपूर्ण है : प्रमोद कुमार
पांच दिवसीय आचार्य प्रशिक्षण वर्ग प्रारंभ
बदायूं : सिविल लाइंस स्थित शिव देवी सरस्वती शिशु मंदिर में आज बाल कल्याण समिति बदायूं के तत्वाधान में पांच दिवसीय आचार्य प्रशिक्षण वर्ग प्रारंभ हुआ। इस प्रशिक्षण वर्ग में शिक्षा की नवीन तकनीकी की बारीकियों की जानकारी दी जा रही है.
प्रशिक्षण का प्रारंभ विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती के समक्ष मुख्य वक्ता प्रमोद कुमार( विभाग प्रचारक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) बदायूं) ने दीप प्रज्वलन कर तथा मनीष सिंघल मंत्री( बाल कल्याण समिति बदायूं), मदनलाल राजपूत सह मंत्री( बाल कल्याण समिति बदायूं) संकुल प्रमुख कालिका प्रसाद गंगवार तथा राधारमण गुप्ता ने पुष्प अर्पण कर किया.
मुख्य वक्ता प्रमोद कुमार ने कहा, व्यक्तिके जीवन में व्यक्तित्व निखारने में प्रशिक्षण का अत्यधिक महत्व है. प्रशिक्षण के माध्यम से व्यक्ति समाज जीवन में व्यावहारिक प्रशिक्षण परिवार और मित्र मंडली से प्राप्त करता है जबकि शिशुओं के विकास के लिए प्रशिक्षण के माध्यम से शिक्षा की नई नई तकनीकी की बारीकियों को शिशुओं के मनोविज्ञान को समझ कर विषय को रोचक बनाने में सहायता प्राप्त होती है.
श्री कुमार ने कहा, व्यक्तित्व का प्रभाव समाज जीवन पर भी पड़ता है. आचार्य का दर्पण शिशु होता है. अच्छे शिक्षक के लिए अच्छा गुरु का होना भी परम आवश्यक है.
मदनलाल राजपूत ने कहा, अनुशासन का पालन करते हुएु मन, मस्तिष्क और शरीर को एकाग्र कर सीखी हुई बात भविष्य के छात्रों का निर्माण करने में सहायक सिद्ध होगी. ज्ञान बांटने से बढ़ता है, एकत्र करने से नहीं.
अधिकारी परिचय विद्यालय के प्रधानाचार्य जयप्रकाश द्विवेदी ने तथा संचालन लालाराम वर्मा ने किया.
प्रशिक्षण मंडल में घनश्श्याम सिंह, अवधेश सक्सेना, श्री कृष्ण वर्मा, अंकुर शंखधार , पिंकी वार्ष्णेय, कमलेश कुमार, कालिका प्रसाद गंगवार, रामशरण वर्मा रहे.
इस मौके पर राजकुमार सिंह सेंगर, राजेश शर्मा, ऋषि पाल सिंह, भोले नाथ पाठक,, सुबोध मािश्रा, नरेश पाल, कौशल किशोर, समेत संकुल के आचार्य उपस्थित रहे.