BUDAUN SHIKHAR
बदायूँ
आज दिनाँक:- 24 सितंबर को प्लाजा मॉर्केट घंटा घर बदायूँ में भा.ज.पा.में मुस्लिम समाज का चहेरे बनकर उभरे आतिफ़ निज़ामी ज़िला अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा जनपद बदायूँ उत्तर प्रदेश का मुस्लिम समाज की ओर से जोशो ख़ारोश से भव्य स्वागत किया गया।
आतिफ़ निज़ामी लगातार भा.ज.पा.से मुस्लिम समाज को पार्टी की नीतियां एंव सरकार की योजनाओं को कार्यक्रमों के माध्यम से जनपद में गांव गांव,कस्बों व महोल्लों में बताने का कार्यकर रहे हैं। आज यही वजह है मुस्लिम समाज निज़ामी के साथ भा.ज.पा.से जुड़ रहा है। उनकी साफ़ सुथरी छवि पार्टी के लिये कर्मठता एंव ईमानदारी ही जन जन में उनको लोकप्रियता दिला रही है।
अपने स्वागत के दौरान आतिफ़ निज़ामी ने कहा- भा.ज.पा.हर वर्ग का सम्मान करती है। और हर समाज को आगे बढ़ाना चाहती है। आख़री पंक्ति ने खड़े व्यक्ति का विकास चाहती है। मौक़ा परास्त पार्टियों ने मुसलमानों को भा.ज.पा.से दूर रखकर ही अपना मफाद पूरा कर समाज को तबाह कर दिया। समाज निचले पायदान पर सपा, बसपा और काँग्रेज़ की साजिशों से ही खड़ा है। मुस्लिम समाज के रोज़गार , शिक्षा , स्वास्थ एंव विकास के बारे में वोट लेने एंव हितेषी होने का ड्रामा करने वालों ने कभी नहीं सोचा। भारतीय जनता पार्टी ही मुस्लिमों का विकास चाहती है ।
मोदी जी योगी जी ने प्रधानमंत्री आवास ,उज्जवला, स्वास्थ्य कार्ड ,सीखो और कमाओ, नई मंज़िल, नई रोशनी, उस्ताद, एंव नई उड़ान जैसी दर्जनों योजनाएं समाज के उत्थान के चला रखी हैं। जिससे समाज को भरपूर फाएदा पहुँच रहा है। और समाज निचने पायदान से ऊपर की ओर बढ़ रहा है। मोदी जी ने देश के नाम को पूरी दुनिया में रोशन किया। वो दिन करीब आ रहा है जब हमारा देश विश्वगुरू बन जाएगा।
कार्यक्रम को सैकड़ों मुस्लिम समाज के लोगों ने उपस्थिति दर्ज कराकर सफ़ल बनाया।
इस मौक़े पर इफ्तिखार अहमद ,जलीस मियां उर्फ गुड्डू, नवाब चौधरी, अमजद ,मसरूर प्रधान, आलिम चौधरी, मुशाहिद चौधरी ,बाबू भाई अताउर्रहमान, नफीस ,सलीम शादाब भूरे,अजीम, फैसल आरिफ, आतिफ, ,सलमान हाफिज कयूम, शहजाद चौधरी, रेहान अली, अहमद सलीम, अहमद अजमत, अली रिजवान, अली, नसर जमाल, परवेज अंसारी, आकिब ग़ज़नबी,अरीब गज़नबी, मोहम्मद अब्दुल कादिर, साबिर मलिक, शाहिद अली,फरहान अली, अमजद भाई, याकूब अहमद, फिरासत अली, नौशाद अहमद, फरीद भाई, छोटी कश्यप, कुंवर सेन कश्यप, आबू अली, कौसर भाई, नुसरत अली, अकरम खाँन, फुरकान अली, जसीम अंसारी, कफ़ील कहाँ आदि लोग मौजूद रहे।

