BUDAUN SHIKHAR
उसहैत(बदायूँ)
रिपोर्ट-एन के पाठक
स्थानीय कस्बे में बनी अस्थायी गौशाला बदहाली का शिकार होकर रह गई यह गौशाला क्या पिछले जमाने में जानवरों को बतौर सजा बंद करने का बांडा(काजी हाउस)
बनकर रह गई है।यहां आज की एक गाय समेत तीन दिन में चार गायें मर चुकी हैं। अब तक प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार एक दर्जन से अधिक गायें मर चुकी हैं परंतु गायों की रखवाली करने वाले विजय यह संख्या छः-सात बताते हैं।
उसहैत कस्बे के लिए गौशाला हेतु एक करोड़ बियासी लाख रुपये मंजूर हुए थे और इसका निर्माण कार्य समीप के शाहपुर गांव में कराया गया है जिसका शिलान्यास जिला अधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने किया था जिसका कार्य लगभग पूरा हो चुका है।
और अस्थायी रूप से गौशाला सडक किनारे बनाकर गायों को रखा गया था जहाँ अव्यवस्थाओं के कारण कई गायों की मौत हो चुकी है।
कस्बा वासियों ने जिला अधिकारी से तत्काल गायों की बेहतर व्यवस्था कराने की मांग की है।