BUDAUN SHIKHAR

बदायूँ

किसी को किया सम्मानित तो किसी को दी चेतावनी


बदायूँ : 19 नवम्बर। एआरटीओ सुहैल अहमद सभी से यातायात का पालन करने की अपील कर रहे हैं। उन्होंने हेलमेट एवं सीट बेल्ट लगाए वाहन चालकों को फूल देकर सम्मानित करते हुए कहा कि सभी से कहा कि यातायात नियमों का पालन करें, सड़क दुर्घटनाओं से बचे और दूसरों को बचाएं। याद रखें कि समय बहुमूल्य है लेकिन जीवन अनमोल है। घर में बच्चों को भी यातायात नियमों की जानकारी दें एवं सभी को इसके प्रति जागरुक करें।


मंगलवार को एआरटीओ प्रवर्तन सुहैल अहमद ने पुलिस लाइन चौराहे पर हेलमेट एवं सीट बेल्ट लगाए यात्रा करते हुए वाहन चालकों को फूल भेंट कर सम्मानित किया तो वहीं बिना हेलमेट एवं सीट बेल्ट लगाए यात्रा करते हुए वाहन चालकों से सुरक्षा कवच लगाकर यात्रा करने व यातायात के नियमों का पालन करने की अपील की। इस दौरान उन्होंने वाहन के कागजात भी चेक किए। उन्होंने कहा कि मोटर साइकिल या स्कूटर से सफर करते हुए अच्छा गुणवत्तायुक्त(बीआईएस मार्क) का हेलमेट पहनें, कार चालक एवं सहयात्री सीट बेल्ट का प्रयोग अवश्य करें, अत्यधिक गति(ओवर स्पीड) से वाहन न चलाएं, जिग-जैग ड्राइविंग का कलाबाजी न करें, वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग बिलकुल न करें, नशे या नींद की हालत में वाहन न चलाएं, वाहन को हमेशा अपनी लेन में ही चलाएं। मोड़ पर होर्न अवश्य बजाएं तथा रात में डिपर का प्रयोग करें। वाहन चलाते समय हाथ बाहर न निकालें इससे अन्य चालक का भ्रम हो सकता है। अपने वाहन में ब्रेक एवं हवा की समय-समय पर नियमित जांच कराते रहें। अगले वाहन से एक निश्चित दूरी बनाएं रखें। जब तक अगले वाहन से संकेत न मिले तब तक ओवरटेक न करें। अस्पताल, विद्यालय एवं स्कूल के निकट वाहन धीमी गति में चलाएं। सुरक्षित चलने में ही यात्रा का आनंद है। कोहरा होने पर फोग लाइट का प्रयोग करें। यातायात नियमों का पूर्णत्या पालन करें। उन्होंने कहा कि दुर्घटना की स्थिति में गोल्डन ऑवर शुरू का एक घण्टा जान बचाने के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है। घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्ति की पुलिस द्वारा कोई पूछताछ नहीं होगी। उन्हें दुर्घटना के सम्बंध में गवाह बनने हेतु बाध्य नहीं किया जाएगा। घायल व्यक्ति का किसी भी अस्पताल में तुरंत इलाज शुरू किया जाएगा। उन्हें अस्पताल के बिल भुगतान हेतु बाध्य नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि घायल की सेवा ही सच्ची मानवता है। इसलिए नेक आदमी का कर्तव्य निभाएं, घायल की मदद करें, उसे तुरन्त अस्पताल पहुंचाएं।

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