बदायूँ : बदायूँ क्लब बदायूँ मे 22 से 24 मार्च तीन दिवसीय नाबार्ड मेले का आयोजन किया जा रहा है। नाबार्ड द्वारा माननीय प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के लिए ‘वोकल फॉर लोकल’ एवं नारी-शक्ति को आत्मनिर्भर बनाने के लिए महिला एसएचजी से जुड़ी महिलाओं के विभिन्न उत्पादों की बिक्री मार्केटिंग एवं उनकी सीधी बिक्री सुनिश्चित करवाने हेतु ‘तीन-दिवसीय नाबार्ड मेले’ का आयोजन, बदायूँ क्लब बदायूँ के प्रांगण में किया जा रहा है, जिसमें बदायूँ व संभल के एसएचजी समूहों द्वारा 15 विभिन्न स्टॉल लगाये गये हैं।
मेले का उद्घाटन मुख्य विकास अधिकारी ऋषि राज द्वारा विधिवत फीता काटकर उद्घाटन किया गया। जिसमें उन्होंने नाबार्ड द्वारा की इस पहल की सराहना की तथा स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन से वार्ता कर ब्लॉक स्तर पर स्वयं सहायता समूहों के उत्त्पादों के विक्री के लिए बाजार उपलब्ध कराने हेतु समुचित प्रयास करेगें.हम इन समूह ग्रुप को प्रोत्साहित करने के लिए इन लोगों को उचित प्लेटफार्म स्थापित कर रहे हैं। इन महिलाओं के द्वारा बनाए गए उत्पाद निश्चित रूप से उत्कृष्ट कोटि के हैं ।इन लोगों के द्वारा जो हमें प्रेरणा मिली उसको हम एक उचित आयाम देने का प्रयास करेंगे। आप लोगों के लिए बाजार व्यवस्था को सुदृढ़ करेंगे जहां बनाए गए उत्पादों का क्रय विक्रय किया जा सके ।जिससे उनको उचित पारिश्रमिक मिले और लोगों के लिए हम रोजगार सृजन करा सके। जिला सहकारी बैंक के महाप्रबंधक मनोज अग्रवाल द्वारा महिला स्वयं सहायता समूहों को बैंक से वित्तीय सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया. मेले मे बदायूँ , संभल जिलो के स्वयं सहायता समूहो की महिलाओ, एफपीओ और एक जिला एक उत्पाद और ग्रामीण हस्त शिल्पियो के 15 स्टाल लगाये गए हैं ।
नाबार्ड मेला में काला नमक चावल, झूला बैग, रेडिमेट गारमेन्ट, मोमबत्ती, धूप मसाले, आचार, सिरका, स्ट्रॉबेरी आदि के उत्पादो की विक्रय किये जाएंगे।उक्त कार्यक्रम में जिला विकास प्रबंधक (डीडीएम) नाबार्ड अंकुर निगम द्वारा नाबार्ड मेला का उद्देश्य बताते हुए कहा ग्राम व कृषि उत्पादों के सहज सुलभ उत्पादन व बिक्री के लिए संसाधन व सहायता दे रही है। दुनिया के अनेक देश के लोग अब शहरी संस्कृति को छोड़ ग्राम संस्कृति को अपना रहे हैं। महिलाओं के द्वारा बनाए गए उत्पादों की कोटि कोटि प्रशंसा की आपने बताया कि वास्तव में इनके बनाए गए उत्पाद उच्चकोटि के हैं . अग्रणी जिला प्रबंधक श्याम पासवान , मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी अरुण कुमार जादौन , सर्व हिताय संस्थान सचिव एन. पी सिंह एवं 30 स्वयं सहायता समूहों की सदस्य उपस्थित रहे।