बदायूँ : आचमन संस्था द्वारा साहित्य से लगाव रखने वाले नवोदित कवियों को मंच देने हेतु ओपन माइक कार्यक्रम ‘अभ्युदय’ बदायूँ क्लब में संपन्न हुआ।इस कार्यक्रम में बदायूँ जनपद के विभिन्न कस्बों से प्रतिभागी भाग लेने पहुँचे। बदायूँ, बिल्सी, सहसवान, बिसौली, बज़ीरगंज, उझानी, दातागंज के प्रतिभागियों ने मनहर काव्य पाठ करके कार्यक्रम के उद्देश्य को पूर्णता प्रदान की। इस कार्यक्रम की ये विशेष बात रही कि इसमें केवल मौलिक और अच्छा लिखने वाले प्रतिभागियों का चयन किया गया।
‘अभ्युदय’ कार्यक्रम में प्रतिभागियों को उचित दिशा निर्देशन हेतु ओज के प्रसिद्ध कवि कुलदीप अंगार,युवा गीतकार अभिषेक अनंत एवं ग़ज़लकार शराफ़त समीर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
कुलदीप अंगार ने अपनी रचना के माध्यम से ‘कविता क्या होती इसहै’ इस विषय पर अद्भुत विचार प्रेषित किये।जो निसंदेह नई पीढ़ी के लिए अनुकरणीय हैं। अभिषेक अनंत ने कहा कविता में भाव जब तक नहीं होंगे तब तक कविता हृदयहीन रहेगी।श्री शराफत समीर ने उर्दू अदब के विख्यात शायर इरफ़ान सिद्दीक़ी के शायरी पर वक्तव्य के माध्यम से नवोदित रचनाकारों के सामने भविष्य में लेखन में ध्यान रखने योग्य विचार रखे।
आचमन संस्था की ओर से डॉ. उर्मिलेश की धर्मपत्नी मंजुल शंखधार ने अतिथियों का सम्मान किया।
कार्यक्रम में वीर रस के कवि अखिलेश ठाकुर, उर्दू ग़ज़लकार सचिन ‘सादिक़’, अमन ‘अधीर’, अनिकेत यादव, अन्विता, शालिनी सक्सेना, प्रियांशी,गीतकार मयंक चौहान , उज्ज्वल वशिष्ठ , मिथिलेश ‘मीत’, अजीत सुभाषित, पुष्पराज यादव आदि नए कलमकारों ने अपनी अपनी रचनाओं से कार्यक्रम में समां बांध दिया।
कार्यक्रम का संचालन एवं संयोजन युवा कवि केशव सक्सेना ने किया।
अंत में इस कार्यक्रम की परिकल्पक एवं आचमन संस्था की संस्थापक डॉ. सोनरूपा विशाल ने सभी का आभार व्यक्त किया और घोषणा की कि ‘अभ्युदय’ कार्यक्रम के
के समस्त प्रतिभागियों को 24 अप्रैल को होने वाले कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह में पूर्व राज्य सभा सांसद एवं वरिष्ठ साहित्यकार उदय प्रताप सिंह द्वारा प्रमाण पत्र दिलवाया जायेगा।