BUDAUN SHIKHAR
बदायूँ
बदायूँ में वैसे तो शहर के हर चौराहों पर ट्राफिक पुलिस और कई सिपाही, होमगार्ड ड्यूटी करते नजर आते हैं, और उन्हीं चौराहों पर सीट बेल्ट, प्रदूषण के लिए चालान भी किए जाते हैं,
लेकिन अफसोस की बात यह कि खुलेआम लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करते डग्गामार बाहन, पिकअप,छोटा हाथी सवारियों ना केवल अनगिनत बैठाते हैं बल्कि गाड़ियों पर सवारियों को लटका कर ले जाते हैं लेकिन कोई इन वाहनो को ना रोकता है ना टोंकता है ना इनका कोई चालान करता है,
सच कहूं तो ये सब पुलिस की मिली भगत से होता, चौराहों पर खडे होमगार्ड बस यही ड्यूटी करते हैं कि कौन कौन से वाहन सवारियां ले जा रहे हैं, क्या बिना महीना देने बाला तो सवारियां नहीं भर कर ले जा रहा है,
सडकों पर अक्सर चैकिंग करने एआरटीओ भी दिख जाते हैं, और परिवहन विभाग काफी बसूली कर सरकार का कोष भी बडा रहा लेकिन सबाल फिर वही कि यातायात के नियम किन पर लागू होते अगर ऐसे वाहनो पर अगर खुली छूट है,