बदायूँ । बढ़ते हुए कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के उद्देश्य से जिलाधिकारी दीपा रंजन ने जूम एप के माध्यम से मीटिंग कर स्वास्थ्य विभाग
को कोविड-19 बचाव के लिए बेहतर सेवाएं देने हेतु मुख्य चिकित्सा अधिकारी, राजकीय मेडिकल कॉलेज प्राचार्य एवं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि सभी चिकित्सक सतर्क होकर कोविड-19 बचाव के लिए कार्य करें। राजकीय मेडिकल कॉलेज में कोविड-19 मरीजों के परिवारजनों से वीडियो कॉल करने की व्यवस्था तत्काल प्रारंभ की जाए। वीडियो कॉल करने के लिए समय भी निर्धारित किया जाए जिससे परिजन अपने मरीज से वीडियो कॉल के माध्यम से देख सके और बातचीत कर सके। कोविड-19 के भर्ती मरीजों को प्रातः 5 मिनट व्यायाम कराया जाए जो कर सके। उन्होंने कहा कि हम सबकी जिम्मेदारी है कि कोविड-19 मरीजों को ठीक कर घर पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहें।
डीएम ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि टेस्टिंग टीमें बढ़ाई जाए। शहर के बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन आदि स्थानों पर बैठकर टेस्टिंग का कार्य करें। आरआरटी की भी टीमें बढ़ाई जाएं। आरआरटी की टीम एवं कंट्रोल रूम सुनिश्चित करें कि लोगों को दवाई की जानकारी समय से दी जाए। उन्होंने राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को निर्देश दिए कि ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए प्रपोजल तैयार कर शासन को भेजना सुनिश्चित करें। चिकित्सालयों में दवाओं की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में रहे। कांटेक्टड्रेसिंग एवं टेस्टिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए। कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने वाले सभी लोगो का टेस्टिंग अवश्य किया जाए। कंट्रोल रूम में एंबुलेंस चालक परिचालक का नंबर उपलब्ध है जिससे मरीजों को एंबुलेंस को समय से उपलब्ध कराया जा सके। वर्तमान पॉजिटिव मरीजों से तो बात की ही जा रही है तथा पुराने कोविड-19 ठीक हुए मरीजों से भी बात कर उनका भी समय-समय पर हालचाल जानते रहे।
