BUDAUN SHIKHAR
बदायूँ : 26 नवम्बर।
न्याय चला निर्धन से मिलने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाव्धान में 26 नवम्बर भारतीय संविधान दिवस के रूप में मनाया गया। इस उपलक्ष्य में राजकीय महाविद्यालय में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया।
मंगलवार को राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ एवं जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बदायूँ के दिशा-निर्देशों के अनुपालन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बदायूँ द्वारा भारत के 70वें संविधान दिवस के उपलक्ष्य में रमेश चन्द्र-पंचम, जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बदायूँ की अध्यक्षता में जनपद बदायूँ मुख्यालय पर स्थित राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, आवास विकास, बदायूँ के सभागार भवन में समय सायं 04 बजे से विशेष विधिक साक्षरता कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। उक्त शिविर का संचालन राकेश कुमार जयसवाल, प्रोफेसर राजकीय डिग्री कॉलेज, बदायूँ द्वारा किया गया।
सर्वप्रथम जनपद न्यायाधीश द्वारा माता सरस्वती एवं डॉ॰ भीमराव अम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर एवं द्वीप प्रज्जवलित कर उक्त कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। उक्त कार्यक्रम में महाविद्यालय की छात्राओं कु॰ रानी गुप्ता एवं कु॰ अभिलाषा यादव द्वारा संविधान के विषय में विस्तार से बताकर जागरूक कराया।
तदोपरान्त अजय पाल गुप्ता, वरिष्ठ अधिवक्ता, बदायूँ/रिर्सोस व्यक्ति, संविधान एवं समरसता दिवस द्वारा संविधान निर्माण करने वाली कमेटी मे शामिल विद्वानों के बारे में विस्तार से बताकर संविधान में हुये प्रमुख संशोधन के बारे में बताया। इसके उपरान्त देवेन्द्र सिंह फौजदार, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बदायूँ द्वारा भारतीय संविधान की ताकत का उल्लेख किया कि किस प्रकार भारतीय संविधान समाज के हर वर्ग को न्याय दिलाने की ताकत रखता है। इसके उपरान्त कुन्दन किशोर, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/त्वरित न्यायाधीश, बदायूँ/नोडल अधिकारी संविधान एवं समरसता दिवस, जनपद न्यायालय बदायूँ द्वारा संविधान को पढ़ने, जानने और उसका अनुसरण करने का आग्रह किया गया।
अन्त में कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री रमेश चन्द्र-पंचम, माननीय जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बदायूँ द्वारा संविधान का विस्तृत वर्णन करते हुये संविधान को अन्य सभी धार्मिक पुस्तकों से सर्वश्रेष्ठ पवित्र पुस्तक का दर्जा दिया गया एवं संविधान में दिये मौलिक अधिकारों के साथ-साथ मौलिक कर्तव्यों का पालन करने का भी आग्रह किया गया।
कार्यक्रम के अन्त में श्रृद्धा गुप्ता, इन्चार्ज प्राचार्य, राजकीय डिग्री कॉलेज, बदायूँ द्वारा सभी अतिथिगण का आभार व्यक्त किया गया। इस कार्यक्रम में रक्षित सरन, अधिवक्ता/रिर्सोस व्यक्ति, संविधान एवं समरसता दिवस, सन्तोष कुमार सक्सेना, अधिवक्ता/रिर्सोस व्यक्ति, संविधान एवं समरसता दिवस एवं राधारमण गुप्ता, वरिष्ठ अधिवक्ता एवं कॉलेज के छात्र-छात्रायें, कॉलेज स्टाफ व जागरूक नागरिक आदि उपस्थित रहे।