BUDAUN SHIKHAR
बदायूँ
बदायूं जनपद की नगरपालिका दातागंज स्थिति सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में डाक्टर की मनमानी रवैया के चलते दिन भर टक्करें खाते हैं रोगी।
दातागंज सामुदायिक केन्द्र पर तैनात चिकित्साधिकारी प्रतिदिन बरेली से अप डाउन कर ड्यूटी करते हैं। जिस कारण ना सुबह समय से अस्पताल आते हैं और ना ही सांय काल पूरे समय तक अस्पताल में ड्युटी करते हैं। डाक्टर की रवैया से अस्पताल में आने बाले रोगी घन्टों इन्तजार करे हैं तब तक कैदियों की काफी भीड़ होजाती है। ऐसे में डाक्टर कुछ एक कैदियों को देख पाते हैं। और बाकी बेवल होकर या तो लौट जाते हैं या किसी प्राइवेट चिकित्सक के यहां लूटने को मजबूर होते हैं। अधिकांशतः गरीब बेचारा किसी झोला छाप डाक्टर की ही शरण में पहुंच पाते हैं।
इतना ही नहीं अस्पताल में दवा होने के बाबजूद ज्यादातर कैदियों को बाजार की दवा का पर्चा लिखते हैं। यहां की व्यवस्था देख कर यह कहा जाना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कैदियों का इलाज नहीं करता बल्कि कैदियों को टालने का काम करता है।
एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार गरीबों को अच्छी चिकित्सा व्यवस्था मुहैया कराने के हर सम्भव प्रयास कर रही है और जिलाधिकारी भी शासन की इस मिला को पूरा करने की पुरजोश कोशिश करते हैं। लेकिन भगवान का रूप कहे जाने बाले डाक्टर ना अपना दायित्व समझते ना गरीब असहायों पर तरस खाते ताकि गरीब शासन से दी जारही सुविधा का भरपूर लाभ ले सके और आये दिन पैरों की कमजोरी के चलते किसी झोलाछाप की अनुभव हीनता का शिकार हो किसी अनहोनी का शिकार हो सकें। दातागंज के इस सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की व्यवस्था से आम जन मानस जहां अत्यधिक परेशान है वहीं रोष भी है।
आवश्यकता है आम जन मानस की समस्या को देखते हुए प्रशासन को शीघ्र उक्त चिकित्सक का स्थानान्तरण करे।