बदायूँ : भाजपा द्वारा जिले में बीर बाल दिवस के अंतर्गत बलिदान दिवस कार्यक्रम आयोजन में जगह-जगह पंजाबी समाज, पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के साथ भावपूर्ण स्मरण किया गया।
केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा ने उझानी के भदवार गर्ल्स इंटर कॉलेज में कहा कि सिख गुरु परंपरा केवल आस्था और अध्यात्म की परंपरा नहीं है, यह एक भारत-श्रेष्ठ भारत के विचार का भी प्रेरणा पुंज है, साथ ही कहा गुरु गोविंद सिंह के साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह ने वो आदर्श स्थापित किए, जिसकी इतिहास में मिसाल कम ही मिलती है। उन्होंने मातृभूमि और धर्म की रक्षा के लिए दुश्मनों का डटकर सामना किया। साथ ही उसके सामने झुकने के बजाए मृत्यु को स्वीकार करना अधिक बेहतर समझा। साहिबजादों की वीरता के किस्से जन-जन तक पहुंचे, इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके बलिदान दिवस पर ‘वीर बाल दिवस’ मनाने की घोषणा की थी।
जिलाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता ने बदायूँ नगर जोगीपुरा गुरुद्वारे में कहा भाजपा आज वीर बाल दिवस के रूप बलिदान दिवस में मना रही है, छोटे साहिबजादे, बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह, गुरदेव सिंह के छोटे बेटे थे 1705 में मुगल काल के दौरान उन्हें बंदी बना लिया गया था और जबरन धर्म परिवर्तन से इनकार करने पर उन्हें मृत्यु दंड की सजा सुनाई गई 6 और 9 साल की उम्र में उन्होंने अपने धर्म को छोड़ने की बजाय मृत्यु चुन्नी और इसके परिणामस्वरुप मुगलों ने उन्हें दीवार में जिंदा चुनवाने का आदेश जारी किया। वह साधारण साहस और सिख सिद्धांतों के प्रति अटूट समर्पण का प्रतीक है। इस प्रकार सिख धर्म एक भारत-श्रेष्ठ भारत की संकल्पना का अतुलित उदाहरण है, व्यक्ति से बड़ा विचार, विचार से बड़ा राष्ट्र, राष्ट्र प्रथम का ये मंत्र गुरु गोविंद सिंह के अटल संकल्प था।
सांसद संघमित्रा मौर्य ने बदायूँ नगर में कहा साहिबजादो बहादुर बच्चों ने अटूट साहस का प्रदर्शन किया और मुगलों के खिलाफ खालसा पंथ की पहचान और गरिमा को बनाए रखते हुए अपने विश्वास के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। इसलिए वीर बाल दिवस न केवल उन्हें बल्कि अनगिनत बच्चों को भी श्रद्धांजलि देता है, जिन्होंने प्रतिकूल परिस्थितियों में असाधारण बहादुरी दिखाई है। इन युवा नायकों की ताकत न केवल उनके शारीरिक लचीलेपन में है, बल्कि सिख धर्म के मूल सिद्धांतों न्याय और समानता के सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए उनके दृढ़ संकल्प में भी निहित है, जिस तरह साहब जादौन ने अशांत समय का सामना गरिमा और ईमानदारी के साथ किया उसी तरह आज के बच्चे उनकी विरासत से प्रेरणा लेते हैं।
पूर्व मंत्री सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता ने बदायूँ नगर के जोगीपुरा गुरुद्वारे में कहा सिख धर्म अपनी उत्पत्ति के बाद से ही समाज में एक सकारात्मक संदेश देने का कार्य कर रहा है, यह मात्र कोई धर्म नहीं बल्कि राष्ट्र प्रेम की भावना को साथ में रखकर जीवन जीने की सभ्यता है, साथ ही कहा बीर बाल दिवस भारतीयों के दिलों में एक विशेष स्थान रखता है जो राष्ट्र की प्रगति में बच्चों के अमूल योगदान को याद करता है।
बिल्सी विधायक हरीश शाक्य ने बिल्सी नगर पालिका सभागार में कहा साहब जड़ों के परिवार विशेष रूप से उनकी मां, माता गुजरी ने प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करते हुए अद्धितीय शक्ति और विश्वास का प्रदर्शन किया। उनके बलिदान आज चुनौतियों का सामना कर रहा है सिख परिवारों के लिए प्रेरणा के स्रोत के रूप में काम करता है।
दातागंज विधायक राजीव कुमार सिंह ने दातागंज नगर में कृतिका यूथ एकेडमी में कहा सिख धर्म में बलिदान की गूंज इतिहास में गहराई की अंतर्निहित है। खासकर युवा साहिबजादो के जीवन के माध्यम से इसकी प्रासंगिकता और भी बढ़ जाती है।
इस मौके पर बदायूँ नगर के जोगीपुरा गुरुद्वारे में गुरदीप सिंह, प्रतिपाल सिंह, जगदीप सिंह बौरा, डॉ राम बहादुर, अशोक खुराना, महेश मिश्रा, उज्जवल विशिष्ट, कमलजीत सिंह, शैलेन्द्र मोहन शर्मा, श्याम साहू, रवि बाबू, प्रेमलता सिंह, मोहित सक्सेना, मनोज चंदेल, ग्रीश शुक्ला, देवेश कश्यप, आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
इस तरह जगह जगह वीर बाल दिवस के कार्यक्रम में भावपूर्ण स्मरण में बिल्सी ग्रमीण में पूर्व विधायक प्रेमस्वरूप पाठक, बिसौली नगर व आसफपुर में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्षा पूनम यादव इस्लामनगर व करनपुर में पूर्व विधायक दयासिन्धु शंखधार, बिसौली ग्रामीण व आसफपुर में क्षेत्रीय कार्यसमिति सदस्य हरिओम पाराशरी म्याऊ में धीरज पटेल ,उसावां व गौतरा में केशव चौहान, उझानी नगर में मनोज कृष्ण गुप्ता, सहसवान नगर व दहगवां में मोनिका सक्सेना, सहसवान ग्रामीण व मुजरिया में उदय सिंह गौर, उघैती व बिल्सी नगर में सुभाष शर्मा, बजीरगंज में रचना शंखधार, विनावर व सालारपुर में देवत्व शर्मा, हरदोइपट्टी में जितेंद्र सोनकर, जगत व कादरचौक में दिवाकर वर्मा, दातागंज नगर में गोविंद पाठक, दातागंज ग्रामीण समरेर में विनोद अग्रवाल आदि जनप्रतिनिधि व कार्यकर्ता उपस्थिति रहे।