बदायूँ (सू0वि0)। जिलाधिकारी कुमार प्रशान्त ने मुख्य विकास अधिकारी निशा अनंत, कृषि उप निदेशक डा0 रामवीर कटारा, जिला उद्यान अधिकारी डा0 सुनील कुमार एवं मण्डी सचिव व उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा अमरूद फल पट्टी क्षेत्र ककराला सखानू, अलापुर, गौरामई के अमरूद की खेती करने वाले किसानों के साथ, शुक्रवार को मण्डी समिति के निरीक्षण भवन में अमरूद फसल प्रबंधन की बैठक की।
डीएम ने कहा कि जनपद के मऊ, ककराला एवं अलापुर में काफी बड़ी संख्या में अमरूद का उत्पादन होता है लेकिन अब अमरूद के उत्पादक किसानों को उसका उचित मूल्य नहीं मिल पाता है। मंडी में आढ़तियों एवं व्यापारियों की लिस्टिंग की कराई जा रही है, उत्पादकों का इनसे संपर्क कराया जाएगा, ताकि उनके उत्पादों का इनको सही मूल्य मिल सके। अमरूद के खाद्य प्रसंस्करण में भी लाभ की काफी संभावना है जो युवा व उद्यमी इसको लगाना चाहते हैं तो अमरूद का जूस, जैम, जेली यूनिट लगाने के लिए विशेष रुप से उनको बुलाया गया है। केन्द्र व राज्य द्वारा संचालित योजनाओं विशेष रुप से प्रधानमंत्री खाद उद्योग उन्नयन योजना के अंतर्गत सब्सिडी भी देने एवं बैंक से लोन के बारे में भी अवगत कराया गया है। इसका अच्छा रिस्पांस रहा, कुछ उद्यमी इसे लगवाने में इच्छुक हैं, इसके अलावा गांव में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को भी जोड़ने व खाद्य प्रसंस्करण के द्वारा महिलाओं को जूस, जैम व जैली बनाने के लिए ट्रेनिंग भी दी जाएगी, इसके बारे में भी कार्य योजना बनाई गई है। प्रयास है कि जनपद में जितने भी उत्पादक है उनके उत्पादों की खपत जनपद में ही हो जाए, इनको अपने उत्पादों को कहीं अन्य न ले जाना पड़े और साथ ही जो बिचैलिए बीच में हावी हैं उनको दूर किया जा सकें।