BUDAUN SHIKHAR
बदायूँ :
28 सितम्बर।
झोला छाप डॉक्टर की दुकान खुली दिखाई दे तो पुलिस को सूचित करें, झोलाछाप डॉक्टर कुछ नहीं जानते हैं। बुखार आने पर सिर्फ पैरासीटामोल की गोली ही देते हैं, उन्हें यह भी नहीं पता होता कि यह बुखार आखिर आया क्यों है। डीएम ने आशा और ग्राम प्रधान की जिम्मेदारी तय की है कि गांव में बीमार होने पर उसे सिर्फ सरकारी चिकित्सालय पर ही मरीज का इलाज कराया जाए।
शनिवार को कलेक्ट्रेट स्थित अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय अन्तविर्भागीय समन्वयक एवं जिला स्तरीय स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित की गई। उन्होंने निर्देश दिए कि संचारी रोग नियंत्रण अन्तर्गत आशाएं घर-घर जाकर लोगों को जागरुक करें। सभी लोग घरों में रखे एयर कूलर का पानी नियमित बदलते रहे। घर में या उसके आस-पास पानी को जमा न होने दें, जिससे मच्छर न पनपने पाएं। उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिए कि इस विशेष जागरुकता अभियान के अन्तर्गत कार्य में रूचि न लेने वाली आशाओं की सेवा समाप्ति की जाए। गांवों में झोलाछाप डॉक्टर की दुकान किसी हाल में नहीं खुलनी चाहिए, यदि कोई झोलाछाप डॉक्टर गांव में दुकान चला रहा है तो उसकी सूचना थाने में देकर उसे हवालात में बंद कराया जाए। उन्होंने डीपीआरओ डॉक्टर सरनजीत कौर को निर्देश दिए कि गांव की नियमित सफाई होती रहे। कहीं भी किसी प्रकार की गंदगी नज़र नहीं आना चाहिए। उन्होंने मलेरिया विभाग को निर्देश दिए कि गांव में नियमित एंटी लारवा का छिड़काव एवं फॉगिंग कराते रहें। डेंगू से बचाव के लिए समस्त प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर गणमान्य नागरिकों द्वारा जागरुकता लाई जाए। गांव में रैली निकालकर ग्रामीणों को जागरुक किया जाए। सीएमओ ने डेंगू के बारे में जागरुक करते हुए अवगत कराया कि डेंगू का मच्छर दिन में ही काटता है और ठहरे हुए पानी में रहता है। डेंगू का मच्छर काटे तो तत्काल 108 नम्बर एम्बुलेंस बुलाकर मरीज को अस्पताल में भर्ती कराएं।
समस्त पीएचसी एवं सीएचसी प्रभारी गर्भवती महिलाओं का रजिस्टर बनाकर अपने पास रखें। प्रतिदिन आने वाली महिलाओं का ब्यौरा उसमें दर्ज करें। उन्होंने निर्देश दिए कि क्षय रोग के चिन्हित किए गए रोगियों का समय से इलाज हो एवं पांच सौ रुपए की धनराशि उनके बैंक खाते में समय से भेजी जाए। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर मनजीत सिंह, डॉ0 अनिल कुमार सहित अन्य चिकित्सक मौजूद रहे।

