बदायूँ शिखर

बदायूँ: 20 जुलाई। यूपी सिडको के चेयरमैन बीएल वर्मा, जिलाधिकारी कुमार प्रशान्त, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार त्रिपाठी, मुख्य विकास अधिकारी निशा अनंत एवं मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 यशपाल सिंह ने सोमवार को विकासखण्ड जगत के अन्तर्गत फरीदापुर सानी में आयोजित संचारी रोग नियंत्रण अभियान कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। उन्होंने ग्रामीणों को मच्छरदानी, क्वाइल, मास्क एवं क्लोरीन की गोलियाँ भी वितरित की, साथ ही कोरोना वायरस एवं मलेरिया के बचाव हेतु उपाय भी बताए।
बीएल वर्मा ने कहा कि कोरोना काल चल रहा है और बरसात भी आ चुकी है। ऐसे में सभी ग्रामीणों का दायित्व है कि अपने-अपने घरों में जागरुकता फैलाएं। क्या करना है और क्या नहीं करना है, इसका खास ख्याल रखें। बरसात में जल भराब एवं मच्छर पनपने की समस्या अधिक होती है, जिससे मलेरिया जैसी जानलेवा बीमारियाँ जन्म लेती है, ऐसे में घरों व आसपास साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखना है। अधिकांश बीमारियां दूषित पानी के कारण ही होती है, इसलिए साफ पानी व उवालकर पिएं। मलेरिया से जितना हो सके बचने का पूर्ण प्रयास किया जाए। ऐसी जगह जहां पर कूड़ा या गंदगी पड़ी हो, वहां पर ना जाएं क्योंकि वहां मच्छर हो सकते हैं, साथ ही शाम के समय भी घर पर ही रहें। अपने दरवाजे और खिड़की पर पतली जालियां लगवाएं व घर में भी मच्छरदानी के अंदर ही सोएं। इससे मच्छरों के प्रकोप से बच सकते हैं। दिन हो या रात मच्छरदानी के अदंर ही सोएं। छोटे बच्चों के साथ तो विशेष सावधानी रखें। मच्छरों की संख्या बढ़ने के साथ ही मलेरिया का संक्रमण भी बढ़ने लगता है। इसलिये मच्छरों की रोकथाम करना जरूरी होता है। पानी को खुले स्थानों पर इकट्ठा न होने दें, नालियों की साफ सफाई रखें।
डीएम ने कहा कि जनपद में 31 जुलाई 2020 तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जा रहा है। शासन के निर्देशों के क्रम में ग्रामीण क्षेत्रों में साफ-सफाई का स्वच्छता कार्यक्रम व संचारी रोगों से बचाव हेतु जागरूकता विशेष अभियान जारी है। संचारी रोगों से बचाव हेतु अभियान में मच्छर जनित रोगों जैसे मलेरिया, फाईलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, जे0ई0 एवं ए0ई0एस0 जैसे रोगों के प्रति जागरूकता एवं बचाव हेतु स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ पंचायती राज, नगर निकाय, महिला एवं बाल विकास, पशुपालन विभाग, कृषि विभाग, शिक्षा विभाग व अन्य विभागों द्वारा मिलकर कार्ययोजना बनाकर विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। इसके अन्तर्गत गांवों में शौचालयों का निर्माण, नालियों की सफाई, झाडियों की कटाई, उथले हैण्ड पम्पों का चिन्हीकरण, हैण्ड पम्पो की मरम्मत आदि का कार्य किया जा रहा है। आशाओं की टीम द्वारा घर-घर जाकर लोगों को संचारी रोगों से बचाव के बारे में जानकारी दी जा रही है व मलेरिया पाॅजीटिव मरीज को उनकी देखरेख में दवा का कोर्स कराया जा रहा है।
संचारी रोग नियंत्रण के लिए 20 लीटर पानी उबालकर ठण्डा करले और उसमें क्लोरीन की एक गोली डाले उसके पेयजल के रूप में प्रयोग करें। मच्छर व अन्य प्रकार के वायरस से बचने के लिए पूरे कपड़े पहने, मास्क लगाएं, शारीरिक दूरी बनाएं। बाहर से आने पर खुद को अच्छी तरह सैनिटाइज़ कर लें। गांव में यदि कोई व्यक्ति बीमार होता है तो प्रधान, आंगनबाड़ी एवं आशा की जिम्मेदारी है कि उसे झोलाछाप डॉक्टर के पास न ले जाकर सीधे सामुदायिक अथवा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, जिला अस्पताल, मेडीकल काॅलेज में उसका उपचार कराएं। मलेरिया के केस का शतप्रतिशत फाॅलोअप किया जाए। इस अवसर पर पीडी डीआरडीए अनिल कुमार एवं जिला विकास अधिकारी चन्द्र शेखर सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी व ग्रामीण मौजूद रहे।
