जिला संवाददाता विजय कुमार वर्मा
बदायूँ : यूपी डास्प (उत्तर प्रदेश कृषि विविधीकरण योजना) के तहत संचालित नमामि गंगे जैविक खेती परियोजना के अंतर्गत फेस-2 का संचालन जिला परियोजना समन्वयक डॉ. राजुल सक्सेना के निर्देशन में किया जा रहा है।
इसमें जनपद के गंगा किनारे के पांच विकासखंडों को चयनित किया गया है। जिसमें दहगवां, सहसवान, उझानी, कादरचौक समेत उसावा के गंगा किनारे के गांव को चयनित कर जैविक खेती हेतु 20- 20 हेक्टेयर के 100 समूहों का गठन पीजीएस पोर्टल पर कार्यदाई सस्था बायोसर्ट इंटरनेशनल द्वारा किया गया है। इस परियोजना के अंतरगत किसानों को जैविक खेती करने के लिए प्रथम वर्ष में रू12 हजार, द्वितीय वर्ष में रू10 हजार एवं तृतीय वर्ष में 9 हज़ार रुपया प्रति हेक्टेयर की अनुदान राशि परियोजना के माध्यम से दी जाएगी।
इस योजना के अंतर्गत गठित किए गए समूहों का भौतिक सत्यापन प्रमाणीकरण संस्था टेर्स ऐसोर सर्टिफिकेशन एजेंसी के जिला प्रभारी घनेंद्र शर्मा, एपाफ ऑर्गेनिक सर्टिफिकेशन एजेंसी के जिला प्रभारी पुनीत शर्मा द्वारा किया गया।
सत्यापन के समय कार्यकारी संस्था के जिला प्रभारी लवकुश मिश्रा, एल आर पी सुनील कुमार, पूरन सिंह, हरिओम, प्रमोद कुमार, अमित कुमार एवं क्षेत्रीय सभी कर्मचारी उपस्थित रहे।