BUDAUN SHIKHAR
बदायूँ
आज पूर्वमंत्री आबिद रज़ा ने प्रेस को जारी एक बयान में कहा कि नागरिक संशोधन बिल के खिलाफ पूरे देश में हर धर्म, जाति की जनता सड़क पर आकर विरोध प्रदर्शन कर रही है ।
भाजपा ने लोकसभा व राज्यसभा में संख्या बल का दुरुपयोग करके इस बिल को पास करा कर जनहित के विरुद्ध कानून बना दिया ।यह कानून देश की जनता की भावनाओं के खिलाफ है। यह जनता ने पूरे देश में सड़कों पर आकर बता दिया है।
तमाम् विरोध प्रदर्शन के बावजूद भाजपा इस कानून को वापस न लेने की जिद पर अड़ी हुई है ।
इस कानून के बाद सबसे पहले झारखंड में चुनाव था जिसमें चुनाव के साथ-साथ इस नागरिक संशोधन बिल का भी इम्तिहान था कि झारखंड की जनता इस कानून को कितना पसंद कर रही है।
झारखंड की जनता ( हिंदू ,मुस्लिम ,सिख ,ईसाई ) ने चुनाव में भाजपा को सबक सिखा दिया और जनता ने यह दिखा भी दिया कि हम सरकार बनाना भी जानते हैं और सरकार उखाड़ फेकना भी जानते हैं।
झारखंड की जनता के फैसले से भाजपा को सबक लेना चाहिए और नागरिक संशोधन बिल तत्काल वापस लेना चाहिए ।
यह कहां का इंसाफ है जिस देश की जनता ने भाजपा की केंद्र में सरकार बनबाई जिस जनता के वोट से जो लोग देश के प्रधानमंत्री व गृहमंत्री बने आज वह लोग उसी जनता को लाइन में खड़ा करके पूछेंगे और दस्तावेज दिखाने को कहेंगे। तुम भारत के नागरिक हो या नहीं ।जनता से भी मेरी अपील है वह जिले में शांतिपूर्वक ढंग से ही अपना विरोध प्रदर्शन करें किसी भी जगह तोड़फोड़ या हिंसा न करें। सोशल मीडिया पर भी कोई भड़काऊ कमेंट ना डालें किसी भी धर्म के खिलाफ कोई आपत्तिजनक टिप्पणी ना करें ।
“नागरिक संशोधन बिल “पर झारखंड की जनता का केंद्र सरकार (भाजपा) को सही रिटर्न गिफ्ट है।

