BUDAUN SHIKHAR
बदायूँ : 26 नवम्बर।
बदायूँ- जनपद के नोडल अधिकारी एवं मण्डलायुक्त बरेली मण्डल बरेली रणवीर प्रसाद ने जिला चिकित्सालय, नेहरू आदर्श इंटर कॉलेज अलापुर में बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम कैम्प, वाणिज्यकर विभाग का औचक निरीक्षण किया। जिला चिकित्सालय में प्रवेश करते ही अव्यवस्थित ढंग से खड़ी साईकिल एवं मोटरसाईकिल को देखकर नाराज़गी व्यक्त की। उन्होंने सीएमएस एवं होमगार्ड कमांडेंट को निर्देश दिए कि ड्यूटी पर कार्यरत गार्ड वाहनों को व्यवस्थित खड़े कराएं, होमगार्ड को नियमित देखते रहे कि सक्रिय रहकर ड्यूटी कर रहे हैं अथवा नहीं।
उन्होंने दीवार पर चस्पा चिकित्सकों की ड्यूटी के बारे में डॉक्टर से जानकारी ली। उन्होंने इमरजेंसी, मलेरिया, मेडिसिन एवं अन्य वार्डां में पहुंचकर मरीजों का हालचाल पूछा। जनरल वार्ड में सेंट्रल ऑक्सीज़न सप्लाई चलवाकर देखा। पोषण पुनर्वास केन्द्र में उन्होंने भर्ती कुपोषित बच्चों के बारे में जानकारी ली और रसोई में पहुंचकर मैन्यु तथा पकवान को चेक किया। कार्यदायी संस्था पैकफेड द्वारा बनी नवनिर्मित इमरजैंसी बिल्डिंग का भी निरीक्षण कर कार्य पूर्ण कर जल्द से जल्द हस्तांतरित करने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने लाउंड्री एवं रसोई का भी निरीक्षण किया। उन्होंने आयुष्मान भारत मिशन के कार्यालय का भी निरीक्षण किया।
मंगलवार को नोडल अधिकारी एवं डीएम ने अलापुर स्थित नेहरू आदर्श इंटर कॉलेज में चल रहे बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम कैम्प का निरीक्षण किया। उन्होंने बच्चों के चेकअप के बारे में भी जानकारी ली। यहां उन्होंने बच्चों से शिक्षा से सम्बंधित सवाल पूछे तो कक्षा 9 में सिर्फ अरुण कुमार एवं आवेश कुमार ने ही उनके सवालों के सही जवाब दिए। डीएम ने अपने अर्दली का ब्लडप्रेशर चेक कराने के निर्देश दिए तो पाया कि बीपी मशीन में बैट्री ही चार्ज नहीं है। ऐसे आयुक्त ने सीएमओ को निर्देश दिए कि चिकित्सक सिर्फ खानापूर्ति कर रहे हैं। आज उनके आने पर यह हाल है बाकी जगह क्या होता होगा। उन्होंने कहा कि इन व्यवस्थाओं से वह संतुष्ट नहीं है। उन्होंने कक्षा 10 में जाकर छात्राओं से वार्ता की उनसे बड़े होकर क्या बनने के सम्बंध में पूछा तो सभी छात्राओं ने अलग-अलग जवाब दिए किसी ने कहा कि वह शिक्षक बनना चाहेंगी तो किसी ने कहा कि वह वकील बनना चाहेंगी। उन्होंने कहा कि समाजसेवा में रुचि के बारे में भी पूछा। उन्होंने प्रधानाचार्य को बच्चों की कैरियर काउंस्लिंग कराई जाए। उन्होंने छात्र-छात्राओं के अलग अलग पढ़ने पर प्रधानाध्यापक से पूछा कि विद्यालय में कोएजूकेशन के बावजूद छात्र-छात्राओं को अलग-अलग कक्षाओं में क्यो रखा गया है तो वह कोई संतोषजनक उत्तर न दे सके। उन्होंने छात्र-छात्राओं को एक ही कक्षाओं में रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि दोनों कक्षाओं के पढ़ाई में कमज़ोर बच्चे मेधावी बच्चों से आपस में सीखने से वंचित रह जाएंगे।
इसके बाद उन्होंने वाणिज्य कर कार्यालय का निरीक्षण किया। वाणिज्य कर के तीनों खण्डों के रजिस्टरों का निरीक्षण करते हुए ढेर सारी अनियमित्ताएं पाई गईं। उन्होंने सचल दल के बारे में भी जानकारी ली। व्यापारियों की नियमित बैठक न होने पर भी उन्होंने नाराज़गी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि जो व्यापारी आयकर भरते हैं, वह अपनी दुकानों के बाहर एक बोर्ड लगाएं, जिसपर जीएसटी नम्बर अंकित हो। यहां उन्हें कई फर्जी आंकड़े भी मिले, जिस पर उन्होंने कड़ी फटकार लगाई है।