BUDAUN SHIKHAR
बदायूँ :
06 नवम्बर।
ग्राम प्रधान एवं ग्राम सचिव की जिम्मेदारी होगी कि गांव में साफ-सफाई नियमित होती रहे। किसी गांव से गंदगी की शिकायत मिलेगी तो ग्राम प्रधान एवं ग्राम सचिव पर गाज गिर सकती है, उन्हें किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। ग्राम प्रधान एवं ग्राम सचिव प्रातः 10 से 12 बजे तक ग्राम पंचायत कार्यालय पर बैठक करेंगे एवं अपरान्ह 2 से 3 बजे तक ग्राम पंचायतों का भ्रमण कर सफाई की गुणवत्ता का निरीक्षण करेंगे। ग्राम पंचायतों में कार्यरत सफाई कर्मियों की पेरोल पर ग्राम प्रधान एवं ग्राम सचिव दोनों के हस्ताक्षर अनिवार्य हैं, अन्यथा उनके वेतन का भुगतान नहीं किया जाएगा।
बुधवार को कलेक्ट्रेट स्थित अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में जिलाधिकारी कुमार प्रशान्त एवं मुख्य विकास अधिकारी निशा अनंत ने ग्राम पंचायत विकास (जी.पी.डी.पी.) योजनातर्गत जनपद स्तरीय क्रियान्वयन एवं समन्वयन समिति की बैठक आयोजित की। उन्होंने जिला पंचायत अधिकारी डॉ0 शरनजीत कौर को निर्देश दिए कि सभी ग्राम पंचायतों में विकास कार्यां की समीक्षा के लिए जनपद स्तरीय अधिकारी नामित किए जाएं। विकास कार्य की समीक्षा में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सचिव, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकत्री, रोजगार सेवक, अध्यापक एवं सफाई कर्मचारी सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी एवं कर्मचारी अनिवार्य रूप से उपस्थित हों। स्कूल, पंचायत भवन, आंगनबाड़ी केन्द्र, नाली, इंटरलॉकिंग आदि विकास कार्यां की योजना बनाकर तैयार की जाए। वाटर रिचार्ज के लिए हैंडपम्पों के पास सोकपिट बनवाए जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि ग्राम प्रधान एवं ग्राम सचिव की जिम्मेदारी है कि गांव में साफ-सफाई नियमित होती रहे। किसी गांव से गंदगी की शिकायत मिलती है तो ग्राम प्रधान एवं ग्राम सचिव कार्यवाही को तैयार रहें, उन्हें किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। ग्राम प्रधान एवं ग्राम सचिव प्रातः 10 से 12 बजे तक ग्राम पंचायत कार्यालय पर बैठक करें एवं अपरान्ह 2 से 3 बजे तक ग्राम पंचायतों का भ्रमण कर सफाई की गुणवत्ता का निरीक्षण करें। ग्राम पंचायतों में कार्यरत सफाई कर्मियों की पेरोल पर ग्राम प्रधान एवं ग्राम सचिव दोनों के हस्ताक्षर अनिवार्य हैं, अन्यथा उनके वेतन का भुगतान नहीं किया जाएगा।