बदायूँ (सू0वि0)। कोरोना वायरस की द्वितीय लहर के बचाव एवं रोकथाम दृष्टिगत जिलाधिकारी दीपा रंजन ने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व नरेंद्र बहादुर सिंह के साथ राजकीय मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण कर कोविड-19 व्यवस्थाओं को देखा और परखा। डीएम ने प्रतिदिन कोरोना संक्रमित मरीजों के भर्ती की संख्या संबंध में जानकारी दी।
उन्होंने ड्यूटी पर लगे सभी चिकित्सकों और अन्य अधिकारियों कर्मचारियों की उपस्थिति पंजिका का अवलोकन किया। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी रोगियों का डाटा कंट्रोल रूम में रखा जाए। कंट्रोल रूम में कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देश दिए कि मरीजों के तीमारदारों को प्रतिदिन स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दें। रोगियों के तीमारदारों को कम जानकारी देने पर ड्यूटी पर उपस्थित कर्मचारी अंशुल यादव सहित अन्य स्टाफ को डीएम ने कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने रेमिडेसिविर दवाई के खाली वायल की जांच, तो जितने रोगियों को रेमिडेसिविर दवाई दी गई थी उतने ही खाली वायल मिले। राजकीय मेडिकल कॉलेज में वेंटीलेटर के संख्या बढ़ाई जाए।
डीएम ने ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया तो एक सौ ऑक्सीजन सिलेंडर का बैकअप पाया गया। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में बनाए रखी जाए। उन्होंने सीएमएस को निर्देश दिए कि ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट निर्माण कार्य कारदायी संस्था द्वारा प्रारंभ कराएं।
डीएम ने समस्त चिकित्सकों एवं अन्य स्टाफ को निर्देश दिए कि भर्ती मरीजों की समस्त व्यवस्थाएं समय से उपलब्ध, अच्छा व्यवहार किया जाए। किसी भी मरीज को कोई भी अव्यवस्था नहीं होनी चाहिए, मरीजों के विस्तर प्रतिदिन बदले जाएं तथा उन्हें खाने पीने हेतु साफ सुथरा आहार ही दिया जाए। कोरोना पीड़ित मरीजों को शासन की गाइडलाइन के अनुसार समय-समय पर समस्त व्यवस्थाएं निरन्तर सुनिश्चित कराई जाए।