बदायूँ (सू0वि0) : मलेरिया एवं अन्य संक्रामक रोगों को दृष्टिगत रखते हुए जिलाधिकारी दीपा रंजन मुख्य विकास अधिकारी निशा अनंत, उप जिलाधिकारी सदर लाल बहादुर एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 विक्रम सिंह पुंडीर, पीडी डीआरडीए/डीपीआरओ अनिल कुमार के साथ विकासखंड सलारपुर के ग्राम शेरगंज, घटबेहटी एवं हसननगर में पहुंचकर गांव का निरीक्षण कर जायजा लिया एवं ग्रामीणों से व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने गांवों में तालाब को भी देखा।
डीएम ने ग्रामीणों से वार्ता कर पूछा कि स्वास्थ विभाग की टीम आती हैं अथवा नही। गांव में कैम्प लगाकर क्या क्या बताती हैं। डीएम ने संदिग्ध मरीजों के टेस्ट के बारे में जानकारी ली। डीएम ने कहा कि बरसात के मौसम में ज्वर रोग डेंगू आदि की सम्भावना प्रबल हो जाती है और इससे ज्वर रोग (बुखार) होने पर तेज बुखार, सिर दर्द, मांसपेशियों व जोड़ों एवं आखों के पीछे दर्द, जी मिचलाना तथा गम्भीर मामलों में नाक, मुंह व मसूढ़ों से खून आना, शरीर पर चकत्ते पड़ना और कुछ भी खाने-पीने से गले में सूजन के कारण दर्द होने लगता है। उन्होंने अपील की है कि मलेरिया, डेंगू व अन्य संक्रामक बीमारियों की रोकथाम एवं बचाव के लिए अपने घर एवं आस-पास गंदगी न फैलने दें और न ही जल भराव होने दें और रूके हुए पानी में मिट्टी का तेल, जला हुआ मोबीऑइल का छिड़काव करें और घरों के कूलर का पानी हर सप्ताह में अवश्य बदलें। पूरी आस्तीन के कपड़े पहने और मच्छरदानी में सोये और बुखार की शिकायत होने पर किसी भी झोलाछाप डॉक्टर के पास न जाएं बल्कि तत्काल अपने निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र या जिला चिकित्सालय में ईलाज करायें। आशा तथा आंगनबाड़ी गांवों में जागरुकता फैलाती रहें तथा सुनिश्चित करें कि मलेरिया पीबी एवं पीएफ के संक्रामक मरीजों को समय से दवाओं का सेवन समय से होता रहे। ज्यादा से ज्यादा लोग मच्छरदानी का प्रयोग करें, इससे आपको मच्छर भी नहीं काटेगा और नींद भी अच्छी आएगी।
उन्होंने निर्देश दिए कि सभी पात्र लाभार्थियों को समय से शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जाए। वृद्धा, बिधवा एवं दिव्यांगजन पेंशन सहित अन्य योजनाओं के आवेदन लम्वित नहीं रहना चाहिए। उनका समय से निस्तारण कराएं। गम्बूसिया मछली तालाबों में छोड़ी जाए।
इसके अतिरिक्त डीएम ने ग्राम शेरगंज में पंचायत भवन के निर्माण तथा ग्राम हसननगर में विद्यालय का भी निरीक्षण किया। पंचायत भवन के निर्माण को देख डीएम ने निर्देश दिए कि निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्वक, मानक के अनुसार तथा समय से होने चाहिए। विद्यालय में शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की उपस्थिति पंजिका को चेक किया। उन्होंने निर्देश दिए कि बच्चों को पाठ्यक्रम के अलावा स्वच्छता सम्बंधित बाते भी बताई जाएं। इस अवसर पर जिला गन्ना अधिकारी/खण्ड विकास अधिकारी राम किशन तथा एसीएमओ डॉ0 अनिल कुमार सहित स्वास्थ्य विभाग अन्य चिकित्सक, सम्बंधित अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।