BUDAUN SHIKHAR
बदायूँ
29 जनवरी को गंगा यात्रा के स्वागत की तैयारी कई दिनों से चल रही थी। जिसमें पार्टी के कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों व विधायक गणों ने जिम्मेदारी संभाली थी। जिसके चलते कछला पर भव्य आयोजन के साथ गंगा यात्रा का स्वागत किया गया,
लेकिन जैसे ही बदायूँ की तरफ यात्रा आगे बडी और उसावां पहुचते पहुँचते एक जगह स्वागत हेतु निर्धारित प्वाइंट पर बदायूँ की भाजपा की गुटबाजी की स्पष्ट झलक देखने को मिली,
आपको बताते चलें बदायूँ लालपुल पर नगर पालिका अध्यक्षा दीपमाला गोयल द्वारा स्वागत हुआ, नगर विकास राज्य मंत्री महेश चन्द्र गुप्ता के आवास पर भी जोरदार स्वागत किया गया लेकिन जब यात्रा सखानू पहुँची तो लगभग 5 हजार से ज्यादा संख्या में दोपहर से इंतजार कर रहे दर्शकों को मायुसी हाथ लगी, गंगा यात्रा एक पल को भी नहीं रोकी गई, गंगा यात्रा वाहन पर ऊपर बिराजमान जिलाध्यक्ष अशोक भारतीय ब नगर विकास राज्य मंत्री महेश चन्द्र गुप्ता ने स्वागत करने को हजारों के जनसमूह के साथ सडक खडे विधायक को नजरंदाज कर दिया विधायक फूलों को उछालते और यात्रा को रोकने को हाथ हिलाते रह गए,
इस उपेक्षा को देख मौके पर मौजूद जन समूह में आक्रोश भी उत्पन्न हुआ लेकिन विधायक द्वारा समझा बुझा कर शांत किया गया,
इस उपेक्षा की जब गहराई समझने का प्रयास किया तो सामने आया कि विधायक और मन्त्री के बीच गुटबाजी का असर महसूस हुआ, अगर और गौर किया जाए तो जिलाध्यक्ष पद की दावेदारी के समय भी भाजपा की गुटबाजी स्पष्ट दिखी थी, जिसके चलते आठ दावेदारी हुईं और चयन के बाद भी सभी की मनोदशा संतोष पूर्ण नहीं दिखी, वहीं कुछ जानकार कहते हैं कि जिला की राजनीति पर राज्य मंत्री ब दर्जा राज्य मंत्री और जिलाध्यक्षी एक ही पाले में पहुँचने से यह गुटबाजी और ज्यादा पनपती जा रही है, जानकार की माने तो आगामी चुनाव इस गुटबाजी के चलते भाजपा को आशानुकूल नहीं रह पायेगा,