- संघ का काम व्यक्ति निर्माण का है , रामलाल
- यशस्वी भारत पुस्तक का विमोचन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख श्री रामलाल द्वारा किया गया.
बदायूं : सिविल लाइंस स्थित बदायूं क्लब मैं आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संपर्क विभाग द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के परम पूज्य सरसंघचालक डॉक्टर मोहन भागवत द्वारा लिखित पुस्तक यशस्वी भारत का विमोचन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख रामलाल जी द्वारा किया गया.
कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता, संघ संस्थापक परम पूज्य डॉक्टर केशव बलीराम हेडगेवार के चित्र के समक्ष मुख्य वक्ता रामलाल जी, कार्यक्रम अध्यक्ष अश्वनी गोयल, तथा विभाग संघचालक सुनील कुमार गुप्ता द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया.
मुख्य वक्ता रामलाल जी ने कहा, राष्ट्र एक सजीव इकाई है जो उसके निवासियों से समृद्ध होती है. राष्ट्रवाद के मूल तत्व लोकहित, राष्ट्रहित एवं समानता होते हैं इन तत्वों का प्राण राष्ट्र भाव है. राष्ट्रीयता का भाव विकसित करने में साहित्य का बहुत बड़ा योगदान होता है. यशस्वी भारत के प्रथम प्रकरण का शीर्षक है हिंदू विविधता मैं एकता के उपासक. हम स्वस्थ समाज की बात करते हैं, तो उसका आशय संगठित समाज होता है
हमको दुर्बल नहीं रहना है, हमको एक होकर सबकी चिंता करनी है. हमारा काम सब को जोड़ने का है. संघ में आकर ही संघ को समझा जा सकता है. संगठन ही शक्ति है. विविधता पूर्ण समाज को संगठित करने का काम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ करता है. राष्ट्रीयता ही संवाद का आधार हो. वैचारिक मतभेद होने के बाद भी एक देश के हम सब लोग हैं. और हम सबको मिलकर इस देश को बड़ा बनाना है. इसलिए हम संवाद करेंगे. संघ का काम व्यक्ति निर्माण का है.
श्री लाल ने कहा, भारत से निकले सभी संप्रदायों का जो सामूहिक मूल्य बोध है, उसका नाम हिंदुत्व है. परंपरा से, राष्ट्रीयता से, मातृभूमि से , पूर्वजों से हम सब लोग हिंदू है. यह हमारा कहना है और यह हम. कहते रहेंगे. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हिंदू समाज को संगठित तथा अजय सामर्थ्य वान बनाना चाहता है और इस कार्य को संपूर्ण संपन्न करके रहेगा.
कार्यक्रम का संचालन मनोज कृष्ण गुप्ता ने किया. धन्यवाद आभार विभाग संपर्क प्रमुख मनीष सिंघल ने किया. इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ब्रज प्रांत के सह प्रांत प्रचारक धर्मेंद्र, विभाग प्रचारक प्रमोद कुमार, जिला संपर्क प्रमुख बागीश दुबे, सहित सहित संघ के विविध संगठनों के कार्यकर्ता उपस्थित रहे.