बदायूँ: 25 जून। बरसात शुरू हो चुकी हैं, बाढ़ के दिनों रामगंगा किनारे गुजर-बसर करने वाले लोगों का वहां जीवन यापन करना किसी चुनौती से कम नहीं। रामगंगा का पानी गांवों तक पहुँच जाता है और बाढ़ आ जाती है। डीएम ने बाढ़ खण्ड के अधिकारियों को तेजी लाकर कार्य जल्द पूर्ण कराने निर्देश देते हुए कहा कि कि तीव्र गति से कटान रोकने का कार्य कराया जाए, लापरवाही को किसी दशा में क्षम्य नहीं किया जाएगा।
गुरुवार को जिलाधिकारी कुमार प्रशान्त, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार त्रिपाठी ने विकासखण्ड दातागंज के ग्राम बेला डाण्डी का निरीक्षण किया एवं चापरकौरा में चल रहे सुरक्षा कार्य का जायजा लेते हुए कहा कि रामगंगा नदी किनारे बसे गांव अक्सर बाढ़ से प्रभावित रहते हैं, जिसके चलते यहाँ जनजीवन बहुत ही प्रभावित हो जाता है और आवाजाही के मार्ग से बाढ़ के कारण सम्पर्क टूट जाते है। डीएम ने निर्देश दिए कि मनरेगा अन्तर्गत अधिक श्रमिक बढ़ाकर सुरक्षा कार्य कराए जाए। बाढ़ खण्ड विभाग कटान रोकने के कार्य में गति लाए, जिससे नुकसान न होने पाए। उन्होंने कहा कि बरसात के दिनों में रामगंगा किनारे बसे लोगों को कठिनाई का सामना करना पड़ता है, अक्सर उनके घर बाढ़ में बह जाते हैं, सर ढकने के लिए न तो छत होती और न ही खाने के लिए भोजन, ऐसी स्थिति में परिवार का जीवन बचाना चुनौतीपूर्ण होता है। ग्रामीणों को सुरक्षा स्थान पर बसवा दिया जाए, जिससे वह इन कठिनाईयों से बच सकें। डीएम ने उपजिलाधिकारी को निर्देश दिए कि ग्रामीणों के साथ बैठक कर उनकों सुरक्षित स्थान पर बसाया जाए। स्वास्थ्य उपकेन्द्रों पर सांप काटने सहित अन्य आवश्यक दवाएं अवश्य रखी जाए, जिससे आवश्यकता पड़ने पर उन्हें प्रयोग में लाया जा सके। इस मौके पर उपजिलाधिकारी दातागंज कुंवर बहादुर सिंह, बाढ़ खण्ड के अभियन्ता केपी सिंह वर्मा भी मौजूद रहे।