BUDAUN SHIKHAR
बदायूँ
वैचारिक प्रदूषण नई पीढ़ी को संस्कार हीन बना रहा है. देवराज।
भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता को प्रदूषित कर रहे हैं विभिन्न टीवी चैनल: देवराज सिंह।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, संपर्क विभाग द्वारा पर्यावरण एक आत्मोत्सर्ग पुस्तक का विमोचन। बदायूं, सिविल लाइंस स्थित शिव देवी सरस्वती शिशु, विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के वंदना सभागार में आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बदायूं विभाग के तत्वाधान में संपर्क विभाग द्वारा पर्यावरण एक आत्मोत्सर्ग पुस्तक का विमोचन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ संघ संस्थापक डॉ केशव बलिराम हेडगेवार के चित्र पर मुख्य वक्ता देवराज सिंह,( प्रांतीय बौद्धिक शिक्षण प्रमुख, ब्रज प्रांत) विभाग संघचालक सुनील कुमार गुप्ता, विशिष्ट अतिथि विभाग संपर्क मनीष सिंघल द्वारा माल्यार्पण कर किया गया।। मुख्य वक्ता देवराज सिंह ने कहा . पर्यावरण प्रदूषण दो प्रकार का है, प्रकृति प्रदत एवं वैचारिक।
पर्यावरण प्रदूषण के अंतर्गत वायु जल, भूमि एवं ध्वनि प्रदूषण। संपूर्ण प्राणी जगत में मनुष्य ही ऐसा प्राणी हैं जिसके महत्वाकांक्षा की कोई सीमा नहीं है। मनुष्य नेऔर अधिक पाने की लालसा में प्रकृति के नियमों की अवहेलना करते हुए सभी वर्जनाओं को तोड़कर विकास के नए आयाम स्थापित करने की आड़ में मनुष्य ने कब अपने विनाश का अध्याय लिखना आरंभ कर दिया इसका आभास भी किसी को नहीं हुआ। जब व्यक्ति पृथ्वी को अपनी माता समझ लेता है , तो उसे वह हानि कैसे पहुंचा सकता है। जब कोई मनुष्य प्रकृति की व्यवस्था के ज्ञान को प्राप्त करने का प्रयास करेगा तो पर्यावरण संरक्षण उसके जीवन का ध्येय बन जाएगा।
श्री सिंह ने कहा: – वैचारिक प्रदूषण विभिन्न टीवी चैनलों के माध्यम से, गंदे विज्ञापनों के द्वारा तथा विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं के द्वारा प्रदूषित सामग्री परोसकर भारत की नई पीढ़ी को संस्कार हीन , भारतीय संस्कृति और सभ्यता एवं अपने मान बिंदुओं के प्रति हीनता का भाव पैदा किया जा रहा है। श्री सिंह ने कहा, हमें इस वैचारिक प्रदूषण को दूर करने के लिए भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता का पालन करना चाहिए। कार्यक्रम अध्यक्ष सुनील गुप्ता ने कहा, प्रत्येक व्यक्ति पर्यावरण की जानकारी रखने के साथ-साथ इसके संरक्षण एवं संवर्धन का जीवन पर्यंत प्रयास करें।। इस मौके पर विभाग प्रचारक प्रमोद जी, प्रकाश मौर्य एडवोकेट, माखनलाल राजपूत, मदनलाल राजपूत, मयंक कुमार, नगर प्रचारक ललित, अंकुर पाराशरी, स्वतंत्र प्रकाश गुप्ता, डॉक्टर गार्गी बुलबुल , शुभ्रा माहेश्वरी ,जगजीवन राम, जयप्रकाश द्विवेदी, एवं राजकुमार सिंह सेंगर उपस्थित रहे


