BUDAUN SHIKHAR
बदायूं
बैसे तो आम कहावत हैं कि योगी जी की सरकार ,गंगा ,गाय,और हिंदूवादी आस्था की सरकार है,लेकिन इस लॉकडाउन में सरकार की यह आस्था भी समाप्त होती नजर आयी, लाकडाउन में सोसल डिटेन्स बनाये रखने को जहां पुलिस को आदेश दिए गए ,कि गंगा पर मेला और स्नान पर्व ना मनाया जाए ,कंही तक यह कोरोना संकट को देखते हुए जरुरी भी था ,लेकिन जब कोई एक दो गरीब परिवार ही गंगा स्नान को गैर जानकारी में पंहुच जाएं और उनकी बाइकों का हजारों का चालान काटा जाए यह पुलिस का कठोर कृत्य प्रसंशनीय नहीं क्यों कि प्रदेश सरकार जब शराब की बिक्री के दौरान होने बाली भीड को नहीं रोकना चाहती और तमाम जगहों पर शराब की खरीददारी पर भीड देखी गई ,लेकिन एक भी चालान नहीं ,फिर एक दो परिवार अगर स्नान को पंहुंचने पर चालान ,उन्हें चेताबनी देकर भी लौटाया जा सकता था ,
इससे जो संदेश जाता है वह मुख्यमंत्री की साख को खराब करने बाला है, आपको बताते चलें आज बुद्धपूर्णिमा के अबसर पर ठेली खोंचा लगाकर चाट बेचने बाला एक गरीब परिबार भुंडी घाट पर गंगा स्नान करने पंहुंच गया था ,वहां पर मौजूद रामू ब तिलकू सहित 4 लोगों का चालान काटा गया जिसमें दो बाइकों का 3-3 हजार का जबकि 2 बाइकों का 8-8 सौ का काटा ,जबकि सरकार दावा कर रही थी कि हमें ठेली खोंचो बालो की फिक्र है उनके खातों में 1000 रुपये भेजेंगे ,वह तो नहीं मिला आज 3000 हजार का जुर्माना जरुर सहना पडा है।