- छ्ठे दिन भी दातागंज के अधिवक्ता हड़ताल पर रहे
मुन्सिफ कोर्ट की स्थापना तक चलता रहेगा धरना प्रदर्शन : आराम सिंह यादव
संवाददाता-अभिषेक वर्मा
दातागंज (बदायूँ): वार वेलफेयर एसोसिएशन दातागंज के समस्त अधिवक्तागण मगंलबार को छठवें दिन भी हड़ताल पर रहे साथ ही तहसील परिसर दातागंज में सयुक्त रूप से समस्त अधिकक्ताओं ने धरना प्रदर्शन करते हुए जिलाधिकारी बदायूँ के नाम उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौपा अधिवक्तागण मुन्सिफ न्यायालय की स्थापना की मांग पिछले कई बर्षों से कर रहे हैं जिसके लिये पिछले कई बर्षों से हर शनिवार को हड़ताल भी कर रहे है विगत 2 दिसंबर से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैं अधिवक्ताओं की मांग है कि वर्ष 2008 से दातागंज में मुन्सिफ न्यायालय स्वीकृत है उसके बाद भी आज तक मुन्सिफ मजिस्ट्रेट की तैनाती नहीं की गयी है जिसके कारण वादकारियों को वेवजह बदायूँ जिला मुख्यालय भागना पड़ता है जिसके कारण समय एंव धन की वर्वादी होती है पिछले वर्ष पूर्व में जिलाधिकारी बदायूँ के लिखित आदेश पर उपजिलाधिकारी के रिक्त न्यायालय को जिला सत्र एवं न्यायाधीश के हक में हस्तान्तरण कर दिया गया , उसके उपरान्त जिलाधिकारी बदायूँ द्वारा मरम्मत हेतु असमर्थता जतायी गयी तथा कहा गया कि यदि अधिवक्तागण सहमत हों तो भवन की रगाई पुताई एवं मरम्मत वार की तरफ से करा सकते हैं तत्पश्चात वार वेलफेयर एसोसिएशन दातागंज ने अपने निजी धन से मुन्सिफ न्यायालय कोर्ट को तैयार करा दिया गया जो लगभग एक वर्ष से तैयार खड़ा है और तैनाती का इंतजार कर रहा है उसके वाद भी मुन्सिफ मजिस्ट्रेट की तैनाती नहीं की गयी है इसी क्रम में मगंलवार को वार वेलफेयर एसोसिएशन दातागंज के अधिवक्ताओं ने दातागंज तहसील परिसर में वैनर के साथ बैठकर धरना प्रदर्शन किया बार अध्यक्ष आराम सिंह यादव ने कहा कि हम समस्त अधिवक्तागण जनहित को ध्यान में रखते हुए पिछ्ले कई वर्ष से हर शनिवार को हड़ताल पर रहकर मुन्सिफ कोर्ट की स्थापना की मांग कर रहे है लेकिन अधिकारियों की हटकर्मिता के कारण मुन्सिफ कोर्ट की स्थापना नहीं हो सकी है हम सभी ने यह सकल्प लिया है जब तक दातागंज में मुन्सिफ कोर्ट की स्थापना नहीं हो जाती तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा समस्त अधिवक्ताओं ने एक सुर में मुन्सिफ कोर्ट की मांग का समर्थन करते हुए धरना प्रदर्शन और तेज करने की रणनीति बनाली धरना प्रदर्शन में वार वेलफेयर एसोसिएशन दातागंज के अध्यक्ष आराम सिंह यादव, सचिव मो० रऊफ अन्सारी, उपाध्यक्ष जाने आलम, सुरेन्द कुमार सक्सेना, नरेन्द्र सक्सेना, राजेन्द्र कुमार, प्रमोद सिंह चौहान, दिनेश कुमार कठेरिया, पीयूष कुमार मौर्य, विनोद कुमार सिंह, मुनेद्र पाल सिंह यादव, प्रमोद सिंह चौहान, अली मोहम्मद, मदन बाबू सम्सेना, सतेन्द्र शाक्य, राजेन्द्र सिंह राठौर, ओमप्रकाश कश्यप, धर्म सिंह यादव, नरेन्द्र पाल सिंह, केपी सिंह, वहोरन सिंह, नेत्रपाल सिंह, बलवीर सिंह शाक्य, अशोक कुमार शाक्य, नरेन्द्र सक्सेना, आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।