BUDAUN SHIKHAR

8/04/2020
बदायूं।


डीएम, एसएसपी ने स्पष्ट किया है कि लाॅकडाउन का पालन न करने वालों व घर से फिजूल बाहर निकलने वालों पर कोई रियायत न बरतते हुए तत्काल प्रभाव से कार्यवाही कर जेल भेजा जाए। कोरोना एक बहुत ही गंभीर महामारी है, जो लोग इसको गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, वह खुद की जान तो खतरे में डाल ही रहे हैं, बल्कि अपने परिवार व ईष्टजनों के जीवन को खतरे में डाल रहे हैं। सरकार व प्रशासन की ओर से बार-बार अपील की जा रही है कि घर पर रहें, सुरक्षित रहें, जिन लोगों के समझ में यह नहीं आ रहा है, उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही कर उनको जेल भेजने की कार्यवाही की जाएगी।
मंगलवार को जिलाधिकारी कुमार प्रशान्त एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार त्रिपाठी ने बदायूँ शहर और बिनावर में लाॅकडाउन का निरीक्षण किया। दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने सभी नागरिकों से घरों में रहने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि कोरोना एक बहुत खतरनाक महामारी है, इसको कतई हल्के में न लें। घर में रहकर आप खुद को और अपने अज़ीजों को इस महामारी से बचा सकते हैं। अहतियात बहुत ज़रूरी है, घर में रहकर ही इस बीमारी की ज़द में आने से बच सकते हैं। बच्चों और बुजुर्गाें को घर से बाहर बिल्कुल भी न निकलने दें, बहुत ज़रूरी होने पर ही बाहर निकला जाए, बार-बार हाथों को सैनेटाइज़र एवं साबुन से धोते रहे। बात करते समय एक मीटर का फासला बनाए रखें, मास्क से मुंह ढकने सहित इस बीमारी से बचने के लिए बताए गए सभी निर्देशों का पूर्णतया पालन करें।
लाॅकडाउन में जितना हो सके एक दूसरे की मदद करें, इमदाद करें, लोगों की मजबूरी का फायदा बिलकुल न उठाएं। दुकानदार सभी सामानों को उचित दरों पर ही बेचें। अपने पड़ोसी को भूखा न सोने दें, जितना हो सके उसकी मदद करें। यही मानवता का सच्चा धर्म है। लाॅकडाउन का जायजा लेकर लौट रहे डीएम एवं एसएसपी को बंदरों का झुंड दिखाई दिया, जिसे देखकर दोनों अधिकारियों को उन पर दया आ गई और उन्होनें बंदरों को चने खिलाए और अपील की कि मानव सेवा के साथ-साथ बेजु़वानों की सेवा करना भी मानव कर्तव्य है इसलिए इन भूखे जानवरों को भी खाने के लिए कुछ दे दिया करें।

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