BUDAUN SHIKHAR

बदायूँ

संवाददाता विकास आर्य

 

बदायूँ : लॉकडाउन के चलते बीते दो महीने से जिम बंद पड़े हैं। इस वजह से जिम संचालकों और कर्मचारियों के सामने आर्थिक दिक्कतें खड़ी होने लगी हैं। इन लोगों को घर चलाना और किराया देना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने सरकार से राहत देने की मांग की है। बीते 15 मार्च को सभी जिम बंद कर दिए गए थे। कहा जिम संचालकों पर जिम का किराया बढ़ता जा रहा है। बताया जिम का संचालन नहीं होने से घर परिवार का खर्च चलाना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने कहा अन्य कारोबारियों की तरह अब जिम संचालको की भी आर्थिक हालत खस्ता हो रही है. एवम साथ साथ युवाओं के शरीर पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है जिम की एक्सरसाइज छोड़ने से बॉडी को बहुत से नुकसान है इससे आपकी बॉडी का फैट बढ़ने लगता है. पहला तो आप जो अतिरिक्त कैलोरी लेते है उसे बर्न नहीं कर पाते है व  दूसरा इससे आपका मेटाबॉलिज्म भी स्लो हो जाता है, जिससे भी वजन बढ़ना शुरू हो जाता है. जब आप जिम शुरू करते हैं तो शुरुआत में आपको भले ही थकान हो, लेकिन कुछ वक्त बाद आप खुद में काफी बदलाव महसूस करते हैं. आप स्टेमिना व स्ट्रेन्थ बढ़ती है और आप एक एक्टिव लाइफस्टाइल अपनाते है, लेकिन जिम छोड़ने के कुछ वक्त बाद ही वह स्टेमिना व स्ट्रेन्थ खत्म हो जाती है और फिर आपको अपने भीतर काफी आलस्य महसूस होता है. जिम छोड़ने और एक सुस्त लाइफस्टाइल अपनाने से आपको कई गंभीर बीमारियों जैसे हृदय रोग, टाइप 2 डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक, मेटाबॉलिक सिंडोम, आस्टियोपोरोसिस, डिप्रेशन व एंग्जाइटी आदि होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है. जिम बन्द एवम शराब की दुकानें खोले जाने से कुछ युवा वर्ग नशे का भी आदि बनते जा रहा है, व्यसनाधीन हो रहे हैं, साथ ही जिम चालक भी भुखमरी और बदहाली की राह पर हैं. जिम का किराया देना है, 2 महीने से जिम बंद है तो मेंटेनेंस के भी लाखों खर्च होंगे. एक जिम ट्रेनर ने नाम न छापने की शर्त पर कहा की यह कितनी बड़ी विडंबना है कि, सेहत खराब करने वाली शराब को बेचने की दुकानें खुल गयी पर सेहत बनाने वाली जिम बंद है. लोगों की सेहत बनाने वाले खुद बदहाली की राह पर है. सोशल डिस्टेंसिंग व नियम व शर्तों के आधार पर जिम को खोलने की अनुमति मिलनी चाहिए.

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