जिला संवाददाता विजय कुमार वर्मा
बदायूँ : शारदीय नवरात्र का रविवार को पहला दिन था। मां दुर्गा के श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिला।
नगर के शक्ति पीठ नगला मन्दिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा। मंदिर में जहां आस पास के लोग माथा टेकने पहुंचे वहीं, दूर दूर से मां के भक्त भी मंदिर में बड़ी संख्या में नजर आए । नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना की गई।
शारदीय नवरात्र की शुरूआत होते ही मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह चार बजे से ही भक्तों का मंदिरों में आना-जाना शुरू हो गया। कई श्रद्धालुओं ने अपने घर ही अखंड ज्योत प्रज्वलित की। नवरात्र की महत्ता पर प्रकाश डालते
हुए नगला मन्दिर के महंत पंडित शिवम शर्मा ने कहा कि नवरात्र में व्रत का रखना काफी महत्व रखता है। कई श्रद्धालु नवरात्र के 8वें दिन कन्याओं का पूजन कर अपना व्रत खोल लेते हैं जिसे अष्टमी कहा जाता है। तो कई श्रद्धालु 8 दिन व्रत रख 9वें दिन पूजन कर व्रत खोलते हैं। इसे नवमी के नाम से जाना जाता है। महंत ने कहा कि मां शैलपुत्री का संस्कृत में अर्थ होता है पर्वत की बेटी। मां शैलपुत्री के स्वरूप की बात करें तो मां के माथे पर अर्ध चंद्र स्थापित है। मां के दाहिने हाथ में त्रिशुल है और बाएं हाथ में कमल का फूल है।
पूरे दिन पूजन-अर्चन के साथ ही भक्त मां की भक्ती में लीन रहे। यह सिलसिला लगातार नौ दिनों तक जारी रहेगा।
मंदिरों और उसके आसपास पुलिस को भी व्यवस्था बनाने के लिए तैनात किया गया है।