कोलंबो, एजेंसी।  श्रीलंकाई सैनिकों के एक समूह पर एक तमिल पत्रकार पर बेरहमी से हमला करने का आरोप लगाया गया है, जो 2009 में सरकारी सैनिकों के साथ लिट्टे की अंतिम लड़ाई में मारे गए श्रीलंकाई तमिलों के स्मरणोत्सव की खबर संकलित करने की कोशिश कर रहे थे।

मीडिया मंत्री दुल्लास अल्हापेरुमा को लिखे एक ईमेल में, ‘द फेडरेशन ऑफ मीडिया एम्प्लॉइज ट्रेड यूनियंस’ (एफएमईटीयू) ने कहा कि 28 नवंबर को हुए कार्यक्रम को कवर करने पहुंचे पत्रकार विश्वलिंगम विश्वचंद्रन पर बेरहमी से हमला किया गया।

उसने कहा, ‘‘ उन पर, उस समय कंटीले तार में लिपटे ताड़ के डंडे से बर्बर हमला किया गया, जब वह मुल्लीवैक्कला बोर्ड की फोटो खींच रहे थे।’’

संगठन ने चश्मदीदों के हवाले से कहा कि हमला मौके पर तैनात सैनिकों के एक समूह ने किया।

खबरों के अनुसार, मुल्लातीवु पुलिस ने मामले में तीन सैनिकों को गिरफ्तार किया है।

श्रीलंका के उत्तर में स्थित मुल्लातीवु लिट्टे का गढ़ था। सुरक्षा प्रतिष्ठान युद्ध क्षेत्र में तमिलों को मृतकों के स्मृति समारोह में शामिल नहीं की अनुमति नहीं देती, जो 2009 में सेना द्वारा कुचले जाने से पहले लिट्टे के वीर सप्ताह समारोह में शामिल थे।

 

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