वाशिंगटन, एजेंसी । भारत और अमेरिका के संबंध दोनों देशों के साझा मूल्यों पर आधारित हैं। इन संबंधों को और अधिक मजबूत करने के लिए भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिकों का समुदाय एक स्तंभ के रूप में काम कर रहा है। यह समुदाय दोनों ही देशों को एक दूसरे के करीब लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह बात गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारत के अमेरिका में राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने कही।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के नेतृत्व में अमेरिका के नए प्रशासन के साथ हम आगे बढ़ने की संभावनाओं को देख रहे हैं। भारतीय राजदूत ने कहा कि भारत और अमेरिका की साझेदारी लोकतंत्र, बहुपक्षवाद और कानून के शासन पर आधारित है। अंतरिक्ष से लेकर नैनो टेक्नोलॉजी तक, हिंद-प्रशांत क्षेत्र से जलयायु परिवर्तन तक, स्वास्थ्य सेवाओं से लेकर शिक्षा और तकनीक तक सभी में साझेदारी से दोनों देश ही नहीं, दुनिया को भी इसका लाभ मिल सकता है। कोरोना महामारी में भी दोनों ही देशों ने वैक्सीन को विकसित किया और अब व्यापक पैमाने पर वैक्सीनेशन का काम शुरू कर दिया है।

संधू ने कहा कि कोरोना महामारी रोकने के लिए भारत ने अपने देश में विश्व का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान शुरू किया है। यही नहीं उसने अपने मित्र और पड़ोसी देशों को भी कोरोना की वैक्सीन मुफ्त उपलब्ध कराई है। जैसा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कह चुके हैं कि भारत की ताकत संसार की सबसे बड़ी फार्मेसी के रूप में जानी जाती है और यह पूरे विश्व को सुरक्षित व स्वस्थ बनाने के लिए काम कर रही है।

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