बदायूँ : 08 जून। मुख्य विकास अधिकारी ऋषिराज की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में कृषि निर्यात नीति-2019 के अन्तर्गत ए0पी0ओ0 ग्रीन ऑरगेनिक प्रोड्यूसर कंपनी लि0, बिसौली द्वारा गठित कृषि जिन्स आलू एवं मिन्ट के क्लस्टर हेतु गठन एवं उद्यान विभाग में संचालित राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, राज्य सेक्टर योजना, नमामि गंगे योजना के कार्यक्रमों की समीक्षा गठित समिति मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, प्रधान प्रबंधक, चीनी मिल, सहायक आयुक्त खाद्य अभिहित औषधि, सहायक सांख्यिकी अधिकारी, सदस्य सचिव जिला क्लस्टर सुविधा इकाई, वीरेश पाल सिंह, दीपक, मोहनलाल उद्यान निरीक्षक, एम.ए.ए. रिजवी एनपी सिंह आदि मौजूद रहे। जिला उद्यान अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद में कुल मिन्ट का क्षेत्रफल 30570 हेक्टेयर, जिसका उत्पादन लगभग 2598 मै0 टन तथा आलू का कुल क्षेत्रफल 23000 हेक्टेयर, जिसका उत्पादन लगभग 670000 मै0 टन होता है। राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत नवीन उद्यान रोपण, मसाला की खेती, फूलों की खेती, संकर शाकभाजी कार्यक्रम, राज्य सेक्टर योजनान्तर्गत फूलों की खेती, संकर शाकभाजी कार्यक्रम, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजनान्तर्गत ड्रिप सिंचाई/स्प्रिंकलर सिंचाई सिस्टम पर लघु सीमान्त कृषकों को 90 प्रतिशत एवं अन्य कृषकों को 80 प्रतिशत अनुदान देय होगा। नमामि गंगे योजनान्तर्गत गंगा के तटवर्ती ग्रामों में आम, अमरूद, नींबू, जामुन, बेल के पौधे स्वयं के प्रक्षेत्र पर लगाने पर धनराशि रू0 3000/- प्रति हेक्टेयर प्रति माह की दर से रखरखाव की स्थिति में देय होगा। योजनाओं में लाभ लेने हेतु कृषक ऑनलाइन पंजीकरण हेतु आधार कार्ड, बैंक पासबुक, खतौनी, फोटो एवं मोबाइल नंबर सहित कृषक बन्धु विभाग में पंजीकरण करा सकते हैं। स्वयं भी जनसेवा केन्द्र पर पंजीकरण करा सकते हैं।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा आलू एवं मिन्ट क्लस्टर की विस्तार से समीक्षा करते हुए सदस्य/सचिव को निर्देशित किया गया कि मिर्च एवं मक्का को कृषि निर्यात योजनान्तर्गत अनुलग्नक-1 में सम्मिलित कराने हेतु आवश्यक कार्यवाही की जाये। साथ ही उद्यान विभाग की संचालित योजनाओं की समीक्षा के उपरांत उपस्थित कृषकों को योजना का लाभ लेने हेतु तत्काल पंजीकरण कराने हेतु कहा गया। कृषक बन्धुओं को उद्यान विभाग में संचालित योजनाओं के प्रचार हेतु मुख्य विकास अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी एवं समस्त सदस्यों द्वारा पम्फलेट का विमोचन किया गया। उपस्थित कृषकों को पम्फलेट भी वितरण किये गये। जिला उद्यान अधिकारी द्वारा सभी का धन्यवाद करते हुए समापन किया गया।