रिपोर्ट रामू कठेरिया
सिरौली । एक झोलाछाप के इलाज के दौरान एक महिला की तबियत इतनी बिगड़ गई कि महिला को आईसीयू में भर्ती कराना पड़ा है। जहां महिला की हालत गंभीर बनी हुई है। महिला के पति ने झोलाछाप के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।
सिरौली के मोहल्ला मुगलान के रफीक खां ने पुलिस को दी तहरीर में आरोप लगाया है कि उनकु पत्नी रुखसाना को बुखार आया था। वह अपनी पत्नी को मुराव टोला के झोलाछाप दानिश के पास दवा लेने आए। आरोप है कि झोलाछाप ने ग़लत दवा दे दी जिससे रुखसाना की हालत बिगड गई। इस दौरान इलाज के लिए झोलाछाप ने अपनी क्लीनिक में ही भर्ती कर लिया और लगातार चार दिन तक ग्लूकोज देते रहे। परन्तु रुखसाना की हालत और बिगड़ती चली गई तभी झोलाछाप ने साथ जाकर उनकी पत्नी को गम्भीर हालत में मुरादाबाद के एक डेंटल अस्पताल में भर्ती कराया और वहां से चुपचाप खिसक कर भाग आया। अस्पताल में उनकी पत्नी की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है। मामले की सिरौली पुलिस से शिक़ायत की गई है।
झोलाछापों को नहीं रहा कोई खौफ
रामनगर और सिरौली इलाके में झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार है। यहां अधिकारियों द्वारा नाममात्र की छापेमारी की जाती है। जिससे इन झोलाछापों में किसी प्रकार का कोई खौफ नहीं है। पिछले सप्ताह ही एसीएमओ व रामनगर पीएचसी प्रभारी डॉ अजय कुमार ने छापेमारी की थी। जिसमें नबाबपुर में सूरज पाल की दुकान सील की गई थी। आवश्यक कागजात दिखाने को समय दिया था। परंतु झोलाछाप कोई डिग्री नहीं दिखा पाए और फिर से दुकान खोलकर पहले की तरह ही इलाज करने लगे। अभी तक किसी भी झोलाछाप पर कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है इससे लगता है कि झोलाछापों में अब अधिकारियों का कोई खौफ नहीं है। वह लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करते जा रहे हैं।