बदायूँ : 12 मई। डीएम ने विद्यालयों में पहुंचकर शिक्षा की गुणवत्ता को गहनता से परखा। उन्होंने बच्चों से हिन्दी, अंग्रेजी, गणित और विज्ञान के विषयों से जुड़े कई सवाल बच्चों से पूछे, इसके साथ ही ब्लैक बोर्ड पर सवाल लिखकर बच्चों से हल कराए। उन्होंने बच्चों से जाना कि उन्हें स्कूल आना कैसा लगता है, कौन सा विषय सबसे ज्यादा पसंद है और वह बड़े होकर क्या बनना चाहेंगे। डीएम ने बच्चों को ड्रेस में नियमित रूप से आने के लिए प्रेरित किया, साथ ही शिक्षकों को निर्देश दिए कि जो बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं, उनके अभिभावकों से मिलकर विद्यालय न आने का कारण पता लगाएं और बच्चों को विद्यालय भेजने के लिए प्रेरित करें।

गुरुवार को जिलाधिकारी दीपा रंजन ने मुख्य विकास अधिकारी ऋषिराज, बीएसए डॉ0 महेन्द्र प्रताप सिंह, सीवीओ डॉ0 अरुण कुमार जादौन, डीपीआरओ श्रेया मिश्रा, डीसी मनरेगा सहित अन्य अधिकारियों के साथ विकासखण्ड जगत अन्तर्गत संविलित विद्यालय आमगांव का औचक निरीक्षण किया। यहां डीएम ने मीनामंच की प्रशंसा की, रसोई में मसाले एवं अन्य सामग्री की गुणवत्ता एवं वैधता को चेक किया। पुस्तकालय में समस्त प्रकार के कम्प्टीशन से जुड़ी आवश्यक किताबे रखवाने के निर्देश दिए। विद्यालय में साफ-सफाई बेहतर पाई गई। बच्चों के मध्यान्ह भोजन बैठकर करने के लिए शेड अधूरा है, जिसका निर्माण जल्द कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने ग्राम सचिव को निर्देश दिए कि खेल मैदान को जल्द ठीक कराएं। डीएम ने निर्देश दिए कि पंचायत सहायक, पुलिस चौकी प्रभारी एवं ग्राम सचिव साप्ताहिक बैठक करना सुनिश्चित करें, जिसमें विद्यालय से जुड़ी समस्याओं का निस्तारण किया जाए।

डीएम ने कक्षाओं में पहुंचकर एक अध्यापिका की तरह बच्चों को पढ़ाते हुए कहा कि प्रत्येक बच्चा अपने आप में खास होता है। सभी की काबिलियत एक जैसी नहीं होती, लेकिन सबमें कोई न कोई खास गुण जरूर होता है। इसलिए सभी बच्चे खास हैं। कोई सवाल न समझमें आएं तो बार-बार टीचर से पूछें वह आपको तब तक बताएंगे जब तक आपको समझ न आ जाए, अपने अंदर के डर को दूर करें। किसी खेल या गतिविधि में आपको शौक है तो उसके बारे में अपने शिक्षक एवं माता-पिता को अवश्य बताएं। कभी भी किसी चीज के लिए निराश न हां। हमारे जनपद के बहुत से बच्चे ऐसे हैं जो आज विभिन्न क्षेत्रों में अपने माता-पिता व जनपद का नाम रोशन कर रहे हैं। आप भी पूरी लगन के साथ मेहनत से पढ़ाई करें। प्रतिदिन ड्रेस पहनकर साफ-सफाई के साथ विद्यालय आएं, अध्यापकों द्वारा पढ़ाई गई किताबों का घर पर भी अध्यन करें, जिससे दिन अच्छा गुज़रेगा और पढ़-लिखकर एक दिन ज़रूर कामयाब होगे।

तत्पश्चात डीएम ने अधिकारियों ने अपने गोद लिए गांव लखनपुर में पहुंकर संविलियन विद्यालय का भी औचक निरीक्षण किया। यहां बच्चों की उपस्थिति में कमी पाए जाने पर असंतोष व्यक्त करते हुए निर्देश दिए कि सुनिश्चित करें कि बच्चों की उपस्थिति शतप्रतिशत हो, सभी बच्चे नियमित रूप से विद्यालय आएं। बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाएं, जिससे पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी सफल हो सके। इस अवसर पर प्रधानाध्यापक संगीता शर्मा एवं प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रवल कुमार मौजूद रहे।

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