*बेटी को पुलिस की वर्दी में देखने का माँ का था सपना: इंस्पेक्टर श्रीमती रेनू सिंह*

*पुलिस की वर्दी पहनने से पहले अपने गांव की अध्यापक भी रहे चुकी है महिला इंस्पेक्टर*

*पुलिस विभाग में उत्कृष्ट कार्य के लिए जाने जाती है, महिला  इंस्पेक्टर श्रीमती रेनू सिंह*

*अपने गांव में निशुल्क पढ़ाती थी, वर्तमान महिला पुलिस अधिकारी, श्रीमती रेनू सिंह*

*संवाददाता- अभिषेक वर्मा*

*बदायूँ-यूपी*  सफलता की यह एक ऐसी कहानी है जिसे सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे। सोचने के लिए मजबूर भी होंगे , कि मन में किसी चीज को पाना हो तो दुनिया का कोई भी काम ऐसा नहीं जिससे आप नहीं कर सकते। बात अगर कामयाबी की, अपने व अपने परिवार के सपने से जुड़ी है तो एक सीख इस सच्ची कहानी से भी मिलेगी कि अगर आपमें  लग्न है तो आप को अपने मुकाम तक पहुंचना कोई मुश्किल काम नहीं वर्तमान में यूपी के जनपद बदायूँ में तैनात महिला थाना इंस्पेक्टर श्रीमती रेनू सिंह ने भी कुछ ऐसा किया । इंस्पेक्टर श्रीमती रेनू सिंह ने प्रारंभिक शिक्षा अपने गाँव से की थीं वह पढ़ने लिखने में बचपन से ही अच्छी है। इन्होंने  ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है। लेकिन इनकी माँ का सपना था कि मेरी बेटी एक पुलिसकर्मी बने पुलिस की बर्दी पहनने गरीब लोगों की मदद करें, महिलाओं के लिए प्रणास्रोत बनें, जिसके चलते इंस्पेक्टर श्रीमती रेनू सिंह ने अपनी माँ के सपने को अपना सपना बना लिया। अपने गांव में निशुल्क आस पड़ोस के बच्चों को पढ़ाने के साथ साथ अपनी पढ़ाई को न छोड़ा पूरी मेहनत लगन से पढ़ाई देर शाम तक की। इनकी माँ ने इनके बचपन से ही सोच लिया था कि मेरी बेटी एक पुलिस इंस्पेक्टर बनेगी। इन्होंने उत्तर प्रदेश पुलिस में उपनिरीक्षक के पद पर नौकरी के लिए आवेदन किया जिसमें इनको सफलता मिल गई। नौकरी के बाद इनकी शादी हो गई। पति भी पुलिस विभाग में सेवा दे रहे हैं। इंस्पेक्टर श्रीमती रेनू सिंह एक बच्चे की माँ भी है जो अपनी माँ के साथ रहेकर पढ़ाई कर रहा है। उत्तर प्रदेश पुलिस में उपनिरीक्षक के पद पर इनके चयन से पूरा परिवार खुश था वही दूसरी तरफ गांव के छात्र छात्राओं में निशुल्क पढ़ाने वाली अच्छी अध्यापक खो देने की मायूसी थी।

ग्रामवासियों का भी इनके आवास पर ताता लाग गया। सभी एक दूसरे को मिठाइयां बांट रहे थे। इन्होंने अपने माँ के सपने के लिए गरीब लोगों की मदद के लिए देश की सेवा के लिए उपनिरीक्षक पद पर नौकरी करने का निर्णय लिया और पुलिस विभाग में उपनिरीक्षक पद को जोइन कर लिया। जिसके बाद इनकी ट्रेनिंग हुई जिसके पश्चात पहली तैनाती हुई अंडर ट्रेनिंग में होते हुए इन्होंने क्षेत्र में कई क्राइमो का सफलतापूर्वक खुलासा किया। साथ ही थाना क्षेत्र के लंबे समय से वंचित चल रहे अपराधियों की गिरफ्तारी भी की। अंडर ट्रेनिंग से अभी तक इन्होंने कई प्रशस्ति पत्र के साथ साथ नगद पुरस्कार भी प्राप्त करती आई है। आप को बताते चले कि ईमानदारी कर्तव्यनिष्ठा से कार्य करने की अच्छी कार्यप्रणाली को देखते हुए इंस्पेक्टर श्रीमती रेनू सिंह महिला थाना अध्यक्ष की जुमेदारी को अच्छे से सभाल रही है। इनकी कार्यशैली को देखते हुए जनपद बदायूँ में पुलिस का मानवीय चेहरा समय समय पर देखने को मिलता रहता है। टूटे परिवारों को मिलाने में महिला पुलिस का बड़ा योगदान है क्योंकि जरा सी बात पर पति और पत्नी के विवाद पैदा हो जाता है. इससे घर टूटने की स्थिति पैदा हो जाती है. विवाद के बाद जब महिला थाने में काउंसलिंग शुरू होती है तो विवाद की जड़ पूरी तरह से स्पष्ट हो जाती है काउंसलर कर उस विवाद को जड़ को खत्म करने के लिए  महिला थाना अध्यक्ष श्रीमती रेनू सिंह पूरी ताकत लगा देती है. परिवार को टूटने न देती है  बीते समय मे थाना अध्यक्ष श्रीमती रेनू सिंह के अथक प्रयास के काफ़ी परिवारों को टूटने से बचाया गया और महिला थानाध्यक्ष द्वारा बीच-बीच में परिवारों को बुलाकर पूछा भी जाता है कि अब कोई समस्या तो नहीं है.हमारे संवाददाता अभिषेक वर्मा द्वारा वार्ता करने पर पूरे मामले में बदायूँ महिला थाना अध्यक्ष श्रीमती रेनू सिंह का कहना है कि पीड़ित पक्ष के साथ-साथ दूसरे पक्ष को भी पूरी तरह से सुना जाता है और परिवारों को जोड़ने के लिए हर संभव प्रयास किया जाता है. थाना अध्यक्ष श्रीमती रेनू सिंह के मुताबिक , परिवार टूटने में चंद मिनट लगते हैं लेकिन उन्हें जोड़ने में सालों लग जाते हैं. उन्होंने बताया कि हमारे पास शिकायत आने पर हम दोनों पक्षों को बुलाकर काउंसलिंग करते हैं. दोनों पक्षों के बीच हुए मतभेदों को सुन कर समझ कर पूरी तरह से खत्म करने का हमारे द्वारा प्रयास किया जाता है.जरा-जरा सी बातों पर परिवारों में मतभेद पैदा हो जाता है और फिर मुकदमेबाजी होती है. इससे दोनों परिवार का नुकसान होता है और समय बर्बाद होता है. इसलिए हमारा पूरा प्रयास रहता है कि परिवार टूटे नही। पुलिस की मदद से परिवारों को एकजुट कराया जाता है,  महिला व बच्चियों पर अगर कोई अपराध हो रहा हो, तो वह पुलिस से शिकायत करें , महिला , बच्चियों सम्बंधित अपराध को गोपनीय तरह से भी अगवत कराया जा सकता है शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय रखी जाएगी। सबंधित अपराधी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही कर जेल भेज दिया जाएगा। ज्ञात रहे गत समय पूर्व में शासन द्वारा इंस्पेक्टर पद पर पदोन्नति की गई है जिसका शासन से आदेश आते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉo ओ.पी सिंह ने अपने कार्यालय में श्रीमती रेनू सिंह को उपनिरीक्षक से निरीक्षक पद पर प्रोन्नति होने पर शुभकामनाएं देते हुए थ्री स्टार लगाकर उनका उत्साहवर्धन किया साथ ही पूर्व में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बदायूँ डॉ० ओ.पी सिंह ने महिला थाना अध्यक्ष श्रीमती रेनू सिंह को प्रोन्नति होने पर इनकी अच्छी कार्यशैली को देखते हुए उत्कर्ष सेवा प्रशस्ति पत्र देकर समानित भी किया।

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