Category: धर्म

द्रोणागिरि पर क्यों यहां वर्जित है हनुमान जी की पूजा, जानिए पौराणिक कथा

हम सब जानते है हनुमान जी हिन्दुओं के प्रमुख आराध्य देवों में से एक है, और सम्पूर्ण भारत में इनकी पूजा की जाती है। लेकिन बहुत काम लोग जानते है…

भगवान विष्णु ने इस तरह लिया हयग्रीव का अवतार

भगवान विष्णु प्रमुख रूप से 24 अवतारों हैं। इन 24 अवतारों में से ही एक अवतार है हयग्रीव। संभवत: ये 16वें नंबर के अवतार हैं। आओ जानते हैं इस अवतार…

जानिए क्या है आरती का महत्व और क्या है आरती करने का सही तरीका

हिंदू धर्म में पूजा करने के पश्चात आरती करने का बहुत महत्व माना गया है। पूजा के बाद यदि आरती न की जाए तो पूजा अधूरी मानी जाती है। प्रत्येक…

भीम, हनुमान और पुरुषमृगा- हनुमान ने भीम को क्यों दिए अपने तीन बाल

एक बार पांडवों के पास नारद मुनि आए और उन्होंने युधिष्ठर से कहा की स्वर्ग में आपके पिता पांडु दुखी हैं। कारण पूछने पर उन्होंने कहा की पांडु अपने जीते…

रहस्यमयी और चमत्कारिक काल भैरव मंदिर: जहां भगवान काल भैरव करते है मदिरा पान

भारत में अनेक ऐसे मंदिर है जिनके रहस्य आज तक अनसुलझे है। आज हम आपको बता रहे है महाकाल की नगरी उज्जैन में स्तिथ काल भैरव मंदिर के बारे में।…

मौनी अमावस्या के दिन हुआ सृष्टि की रचना का आरंभ, स्नान, दान, जप-तप से मिलता है पुण्य

सनातन मान्यता के अनुसार माघ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को माघी अमावस्या या मौनी अमावस्या कहा जाता है। इस वर्ष मौनी अमावस्या या माघी अमावस्या 11 फरवरी…

मौनी अमावस्या के दिन हुआ सृष्टि की रचना का आरंभ, स्नान, दान, जप-तप से मिलता है पुण्य

सनातन मान्यता के अनुसार माघ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को माघी अमावस्या या मौनी अमावस्या कहा जाता है। इस वर्ष मौनी अमावस्या या माघी अमावस्या 11 फरवरी…

लोहार्गल: यहां पानी में गल गए थे पांडवों के अस्त्र-शस्त्र, मिली थी परिजन हत्या के पाप से मुक्ति

राजस्थान के शेखावटी इलाके के झुंझुनूं जिले से 70 कि. मी. दूर अरावली पर्वत की घाटी में बसे उदयपुरवाटी कस्बे से करीब दस कि.मी. की दूरी पर स्थित है लोहार्गल।…

दुर्योधन ने किया भीम की हत्या का प्रयास, भीम लौटे 10 हज़ार हाथियों का बल लेकर

पाण्डु पुत्र भीम के बारे में माना जाता है की उसमे दस हज़ार हाथियों का बल था जिसके चलते एक बार तो उसने अकेले ही नर्मदा नदी का प्रवाह रोक…

जानिए कैसे हुआ यदुवंशियों का विनाश,कब, क्यों और कैसे डूबी द्वारका

श्री कृष्ण की नगरी द्वारिका महाभारत युद्ध के 36 वर्ष पश्चात समुद्र में डूब जाती है। द्वारिका के समुद्र में डूबने से पूर्व श्री कृष्ण सहित सारे यदुवंशी भी मारे…