वाशिंगटन  : लोगों के साथ अक्सर ये परेशानी देखी जाती है कि वे नामों और चेहरों को याद नहीं रख पाते। इनको याद करने के लिए अपने दिमाग पर जोर डालते रहते हैं। हाल ही में हुए एक शोध में दावा किया गया है गहरी नींद आपकी स्मृतियों को तरोताजा करने और याददाश्त को मजबूत करने का एक अच्छा माध्यम है। साथ ही भूलने जैसी समस्या से आपको छुटकारा दिला सकती है। बशर्ते नींद  और नींद के दौरान उसमें कोई व्यवधान न आया हो।

यह शोध नॉर्थवेस्टन यूनिवर्सिटी द्वारा किया गया है। शोध कहता है कि गहरी नींद आपकी स्मृतियों को फिर से सक्रिय करने में मदद करती है। नेचर पार्टनर जर्नल के एनपीजे साइंस ऑफ लर्निंग में प्रकाशित इस शोध में कहा गया है कि रात को सोते समय ली गई ऐसी गहरी नींद जिसमें कोई बाधा न उत्पन्न की गई हो, उससे चेहरों और नामों को याद करने की क्षमता में सुधार होता है।

यह एक रोमांचक खोज

शोधकर्ताओं का कहना है कि ये एक रोमांचक खोज है, जो हमें बताती है कि याद करने की क्षमता में सुधार को नींद से माध्यम से फिर से सक्रिय किया जा सकता है। इस शोध से जुड़े मनोविज्ञान के प्रोफेसर व नॉर्थवेस्टर्न में वेनबर्ग कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज में संज्ञानात्मक तंत्रिका विज्ञान कार्यक्रम के निदेशक नाथन व्हिटमोर कहते हैं कि ये खोज बताती है कि अच्छी नींद से हम अपनी याददाश्त में सुधार कर सकते हैं।

डेढ़ नाम अधिक याद हुआ

शोध में शामिल लोगों ने गहरी नींद लेने के बाद, गहरी नींद न लेने वाले लोगों की तुलना में डेढ़ नाम अधिक याद किया। शोधकर्ताओं ने कहा कि स्मृतियों को फिर से सक्रिय करने के लिए जरूरी है कि आपकी नींद प्रभावित न हो नहीं तो आपकी याद करने की क्षमता में सुधार नहीं हो पाएगा।

शोध में 18 से 31 साल के प्रतिभागी शामिल

शोधकर्ताओं ने अपने शोध में 18 से 31 आयु वर्ग के 24 प्रतिभागियों को शामिल किया। इन्हें अमेरिकी इतिहास और 40 और अन्य से जापानी इतिहास से जुड़े लोगों के 40 नामों को याद करने के लिए कहा। उसके बाद उनसे इनके बारे में पूछा गया। इस अभ्यास के बाद सभी को सोने दिया गया और शोधकर्ताओं ने सावधानीपूर्वक  इने मस्तिष्क की गतिविधि की निगरानी की। इस दौरान इनके आसपास कुछ नामों को धीरे से स्पीकर में बजाया गया, जो एक वर्ग से जुड़े थे। प्रतिभागियों के जागने के बाद उनसे दोबारा चेहरों और नामों को लेकर पूछा गया।

गहरी नींद है मददगार

शोधकर्ताओं ने पाया कि गहरी नींद लेने वाले लोग ज्यादा अच्छी तरह से नामों को याद कर पाए थे। शोधकर्ताओं का कहना है कि नींद को प्रभावित करने वाले कारक हमारी याददाश्त पर प्रभाव डालते हैं। और पुरानी यादों को सक्रिय करने की क्षमता को प्रभावित भी करते हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि हम अच्छी नींद लेने के लिए कई और कारणों की खोज कर रहे हैं।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *