बच्चों की डेवलपमेंट सही तरह से हो, ये एक महत्वपूर्ण विषय है। इसके लिए पैरेंट्स को हर वक्त चौकन्ना रहना पड़ता है। कुछ ऐसे तरीके हैं जो बच्चे की फिजिकल डेवलपमेंट को प्रमोट कर सकते हैं और उसके विकास की धीमी गति को तेज कर सकते हैं।
बच्चों की डेवलपमेंट या विकास को लेकर अक्सर पैरेंट्स चिंता में रहते हैं। कुछ बच्चों की फिजिकल डेवलपमेंट बहुत तेजी से हो जाती है, तो कुछ बच्चों का विकास धीमी गति से होता है। बच्चों की डेवलपमेंट, मां-बाप के लिए सही में चिंता का एक विषय है। कुछ स्किल्स ऐसे होते हैं, जो उम्र के हिसाब से बच्चे को सीख लेनी चाहिए। अगर बच्चा अपनी उम्र के हिसाब से कोई स्किल नहीं सीख पाता है, तो यह किसी समस्या का संकेत हो सकता है। इससे पहले की कोई परेशानी आए, आपको अपने बच्चे की फिजिकल डेवलपमेंट को बढ़ाने वाले तरीकों पर गौर करना चाहिए। इन तरीकों से आप अपने बच्चे की फिजिकल डेवलपमेंट को तेज करने में मदद कर सकते हैं।
चढ़ना और बैलेंस करना
चलना शुरू करने के बाद बच्चे चढ़ना शुरू करते हैं। पहले बच्चे घुटनों के बल चलते हैं, फिर पैरों पर खड़े होते हैं और फिर धीरे-धीरे चलने के बाद सीढियां या बेड या टेबल पर चढ़ने की कोशिश करते हैं।
18 महीने की उम्र तक बच्चा क्लाइंब करना यानि चढ़ना शुरू कर देता है। इस स्किल को बढ़ाने के लिए आप घर में फर्नीचर को थोड़ा नीचा रखें और ये सब खिड़की और बालकनी से दूर होना चाहिए। जब बच्चा चढ़ने की कोशिश करता है, उसे अपने हाथ से सपोर्ट दें।
ड्राइंग
टॉडलर बच्चों को ड्राइंग करना बहुत अच्छा लगता है। क्रेयॉन्स से ड्राइंग करने पर बच्चे के फाइन मोटर स्किल्स शामिल होते हैं जैसे कि कलर को पकड़ना आदि। इससे बच्चे की विजुअल एबिलिटी भी बढ़ती है।
15 महीने का बच्चा क्रेयॉन को घसीटकर उल्टी-सीधी लाइनें बनाने लगता है। 18 महीने का बच्चा पेंटिंग और ड्राइंग को एंजॉय करने लगता है। इसके लिए बच्चे को ड्राइंग शीट और कलर्स दें। उसे अलग-अलग शेप की चीजें दिखाकर ड्रॉ करने के लिए कहें।
कपड़े पहनाना
बच्चों के पास गुडिया होती है, उसे कपड़े पहनाना और कपड़े बदलने का काम, बच्चे को ही दें। इससे बच्चे की उंगलियों, टांगों और हाथों का तालमेल बढ़ता है। आपके बेटा है या बेटी, उसे एक ऐसा टॉय जरूर दें जिसके कपड़े वो खुद बदल सके।
पुश और पुल करना
अगर अभी तक बच्चा चलना सीख रहा है, तो उसके लिए खिलौनों को खींचना और ढकेलना परफेक्ट है। बच्चा खुद को आगे ले जाता है या बैठने की पोजीशन से खुद को खींचकर खड़ा करता है।
ये स्किल भी बच्चे के लिए जरूरी है। इसके लिए बच्चे को कोई ऐसा खिलौना दें, जिसे वो पुश और पुल कर सके। जब बच्चा संतुलन बनाने लगे और अपने पैरों पर खड़ा हो जाए, तब उसे कोई एनीमल या कार पुल टॉय दें जिसकी मदद से वो वॉ करे।
कूदना और भागना
बच्चों को कूदना और भागना बहुत पसंद होता है लेकिन बच्चे कूदने के लिए अपने दोनों पैरों को एकसाथ जमीन से ऊपर नहीं उठा पाते हैं।
इस स्किल को डेवलप करने के लिए आप बच्चे को खुली जगह या बगीचे में खेलने का मौका दें। बच्चे को डॉग या कैट दिखाएं और उसे भी उनकी तरह भागने के लिए कहें।