ज्यादातर गर्भवती महिलाओं के लिए दो से तीन साल के बच्चे को गोद में लेना सुरक्षित रहता है खासतौर पर प्रेग्नेंसी के शुरुआती महीनों में।
प्रेग्नेंसी के नौ महीने काफी मुश्किल होते हैं और हेल्दी लोगों को भी इस समय मुश्किलें आती हैं। प्रेग्नेंसी में तेज दर्द, ऐंठन या थकान महसूस हो सकती है। वहीं जब आपके पास टॉडलर की जिम्मेदारी हो, तो आपकी मुश्किलें और भी बढ़ जाती हैं।
अक्सर पेरेंट्स एक से दो साल के बच्चे को गोद में लेने की आदत होती है। लेकिन अगर आप प्रेगनेंट हैं तो ऐसा करना थोड़ा रिस्की हो सकता है।
आगे इस आर्टिकल में हम आपको बता रहे हैं कि प्रेग्नेंसी में टॉडलर बच्चे को गोद में लेना कितना सुरक्षित होता है।
क्या प्रेग्नेंसी में बच्चे को गोद में ले सकते हैं
टॉडलर के वजन और कितनी देर तक उसे गोद में उठाना है, इस पर निर्भर करता है कि आप प्रेग्नेंसी में बच्चे को गोद में ले सकती हैं या नहीं।
प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में बच्चे को गोद में उठाना असुरक्षित हो सकता है। गर्भावस्था की पहली तिमाही में बच्चे को गोद में उठाना ठीक रहता है लेकिन दूसरी तिमाही में आपको बच्चे को तभी उठाना चाहिए जब उसका वजन 13 किलो से कम हो।
क्या हो सकते हैं खतरे
प्रेग्नेंसी में बच्चे को नीचे झुक कर उठाने के कुछ जोखिम हो सकते हैं। अगर आप प्रेगनेंट हैं तो आपको पता होना चाहिए कि आपको इस समय अपने बच्चे को गोद में उठाना चाहिए या नहीं।
जब आप प्रेग्नेंसी में बॉडी पर प्रेशर डालती हैं तो थकान महसूस होती है। बच्चे को गोद में उठाने पर उसके वजन से भी शरीर पर प्रेशर पड़ता है। शरीर पर ज्यादा प्रेशर पडने से मिसकैरेज हो सकता है।
लग सकती है चोट
शरीर पर प्रेशर पड़ने और थकान की वजह से आपकी बेबी को उठाने की क्षमता भी प्रभावित होती है। इससे आपके गिरने की भी संभावना होती है जिससे आपको चोट लग सकती है।
बच्चे को प्रेग्नेंसी में गोद में उठाने पर आपको कई और परेशानियां भी हो सकती हैं जैसे कि हाई ब्लड प्रेशर, वर्टिगो आदि।
कैसे उठाएं गोद में
आप कुछ बातों का ध्यान रखकर सुरक्षित रूप से बच्चे को गोद में उठा सकती हैं, जैसे कि :
* थकान होने या सांस लेने में दिक्कत आने पर बच्चे को गोद में न उठाएं।
* 13 किलो से ज्यादा वजन वाले बच्चे को गोद में नहीं उठाना चाहिए।
* बैठकर आप बच्चे को गोद में ले सकती हैं।
* जब आप बच्चे को गोद में उठाएं, तो आपके आसपास कोई होना चाहिए।
* बच्चे को गोद में उठाकर वॉक न करें और थोड़ी देर तक ही गोद में लें।
* गोद में उठाते समय घुटनों को मोड़कर रखें और आपके पेट या पीठ पर दबाव नहीं पड़ना चाहिए।
* बच्चे को गोद में उठाते समय अचानक कोई झटकेदार मूवमेंट न करें।
डॉक्टर से करें बात
आप डॉक्टर से अपनी हेल्थ के बारे में बात करती रहें और शुगर और ब्लड शुगर लेवल चेक करवाती रहें। डॉक्टर से पूछे बिना बच्चे को गोद में उठाने की गलती न करें।
