आजकल की भागदौड़-भरी जिंदगी में स्‍ट्रेस भी शामिल हो गया है। हम सभी जानते हैं कि स्‍ट्रेस बॉडी और फर्टिलिटी, दोनों के लिए ही अच्‍छा नहीं होता है।

महिलाओं की सेहत के बारे में बात करें तो इनफर्टिलिटी एक बड़ा मसला होती है। ऐसी कई चीजें हें जो इनफर्टिलिटी पैदा करती हैं या इसका कारण बनती हैं। ऐसी कई हार्मोंनल कंडीशन हैं जो महिलाओं में इनफर्टिलिटी का कारण बनती हैं और इसमें आपकी इमोशनल हेल्‍थ और स्‍ट्रेस भी शामिल है।

​क्‍या होता है स्‍ट्रेस

जब आप परेशान महसूस करते हैं या किसी बाहरी या आंतरिक कारण की वजह से आपको अच्‍छा फील नहीं हो पाता है, तो आपको स्‍ट्रेस होने लगता है। करियर, फैमिली, पैसों और किसी बीमारी की वजह से स्‍ट्रेस हो सकता है।

हर इंसान स्‍ट्रेस को अलग तरह से हैंडल करता है इसलिए हमारी बॉडी पर इसका असर भी अलग-अलग पड़ता है। आपको स्‍ट्रेस निम्‍न तरह से प्रभावित कर सकता है :

–    प्रॉ‍डक्टिविटी में कमी

–    ऐसा काम करना जो स्‍ट्रेस देता हो

–    भूल जाना

–   बार-बार मूड बदलना

–    नेगेटिव सोचने की प्रवृत्ति

–   थकान

–  इंफेक्‍शन आसानी से होना

​बॉडी पर क्‍या असर डालता है स्‍ट्रेस

स्‍ट्रेस से कोर्टिसोल जैसे हार्मोंस रिलीज होते हैं जो शरीर में शुगर के लेवल को कंट्रोल करते हैं और एनर्जी को बढ़ाते हैं। हालांकि, लंबे समय तक स्‍ट्रेस लेने से शरीर पर बुरा असर पड़ता है और सूजन बढ़ने लगती है।

वहीं अन्‍य हार्मोंस में उतार-चढ़ाव आने की वजह से इम्‍यूनिटी कमजोर हो जाती है। इस दौरान शरीर में स्‍ट्रेस हार्मोंस रिलीज होते हैं जो फर्टिलिटी हार्मोंस पर असर डाल सकते हैं और प्रजनन तंत्र की कार्य प्रणाली काे प्रभावित कर सकते हैं।

​फर्टिलिटी पर कैसा है स्‍ट्रेस

स्‍ट्रेस हार्मोन से बॉडी का फ्लाइट और फाइट रिस्‍पॉन्‍स बिगड़ जाता है जिससे शरीर के बाकी के तंत्र प्रभावित होते हैं। इसमें प्रजनन तंत्र भी शामिल होता है। निम्‍न तरीकों से स्‍ट्रेस आपकी फर्टिलिटी पर असर डाल सकता है।

स्‍ट्रेस की वजह से लोग सिगरेट पीने, अनहेलदी खाने या नींद में गड़बड़ी आने जैसी बुरी आदतों से घिर जाते हैं। ये आदतें आपकी फर्टिलिटी पॉवर के लिए बहुत खराब होती हैं।

हार्मोंनल संतुलन के कारण यूट्राइन लाइनिंग मोटी होने के सा‍थ भ्रूण का इंप्‍लांटेशन भी प्रभावित हो सकता है।

​कैसे कंट्रोल करें स्‍ट्रेस

ऐसा नहीं है कि थोड़ा-सा स्‍ट्रेस लिया है आपको इनफर्टिलिटी की प्रॉब्‍लम हो जाएगी। हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में स्‍ट्रेस शामिल होता ही है लेकिन जब आप लंबे समय से स्‍ट्रेस में रहते हैं, तो इसका नुकसान शरीर को होने लगता है।

आगे हम आपको कुछ ऐसे तरीकों के बारे में बता रहे हैं, जो स्‍ट्रेस को कम करने आपकी फर्टिलिटी को स्‍ट्रॉन्‍ग रख सकते हैं।

मेडिटेशन या एक्‍सरसाइज

–  सबसे पहले तो स्‍ट्रेस के कारण को पहचान कर उसे दूर करने की कोशिश करें।

–  आप मेडिटेशन या एक्‍सरसाइज की मदद से अपने स्‍ट्रेस को कम कर सकते हैं।

–  अपने दोस्‍तों से बात करें और उन लोगों से बात करें जो आपको खुशी देते हैं।

–    काम के बीच में से 10 मिनट का ब्रेक लेकर वॉक करने चले जाएं।

–  अगर आपको स्‍ट्रेस की वजह से कोई इनफर्टिलिटी से संबंधित प्रॉब्‍लम हो रही है तो इस बारे में डॉक्‍टर या गायनेकोलॉजिस्‍ट से बात करें। वो इस कंडीशन से निकलने में आपकी मदद करेंगे।

 

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