स्किन केयर रूटीन में ज्यादातर लोग देसी नुस्खा यानी नेचुरल चीजों का इस्तेमाल करते हैं। स्किन का ख्याल रखने के लिए पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं को भी यह तरीका बेस्ट लगता है। हालांकि, ऐसा जरूरी नहीं कि हर बार आपको इससे फायदा। कई बार इससे स्किन में एलर्जी भी हो सकती हैं। वहीं नेचुरल इंग्रेडिएंट्स को लेकर एक्सपर्ट की क्या राय है, आइए जानते हैं-
स्किन को ग्लोइंग बनाने के लिए महिलाएं तरह-तरह के ब्यूटी प्रोडक्ट का इस्तेमाल करती रहती हैं। हालांकि, आज भी एक तरीके बेस्ट माना जाता है और उसे कई लोग अपनी डेली रूटीन में फॉलो भी करते हैं। हम बात कर रहे हैं देसी नुस्खों की, जिस पर लोग आंख बंद कर भरोसा करते हैं। उनके अनुसार, ये बिना किसी साइड इफेक्ट के त्वचा में ग्लो लाने का काम करते हैं, जो काफी हद तक सही भी है। उदाहरण के लिए बेसन जिसका इस्तेमाल पिंपल्स से लेकर दाग-धब्बे तक की समस्या को ठीक करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। पर इससे समस्या ठीक नहीं हो रही है तो इसका मतलब है कि तरीका गलत है।
वहीं कई बार इन नेचुरल इंग्रेडिएंट्स की वजह से चेहरे पर रैशेज देखने को मिलते हैं। रैशेज या फिर इंफ्लामेशन के पीछे कई वजह हो सकते हैं, इसके लिए जरूरी नहीं आप सिर्फ और सिर्फ नेचुरल इंग्रेडिएंट्स का इस्तेमाल करें। दरअसल, कई बार ये इंग्रेडिएंट्स ही इसका कारण बनते हैं। ऐसा हम नहीं बल्कि डर्मेटोलॉजिस्ट रश्मि शेट्टी बताती हैं। हाल ही में उन्होंने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर कर बताया कि आखिर नेचुरल इंग्रेडिएंट्स किस तरह से स्किन को डैमेज कर सकते हैं।
नेचुरल इंग्रेडिएंट्स त्वचा को पहुंचा सकते हैं नुकसान
डॉक्टर रश्मि शेट्टी बताती हैं कि कई लोगों को ऐसा लगता है कि नेचुरल इंग्रेडिएंट्स त्वचा को नुकसान नहीं पहुंचा सकते हैं। हालांकि, यह सच है कि देसी नुस्खे स्किन के लिए अच्छे होते हैं, पर कई बार यह स्किन को नुकसान पहुंचाते हैं। जिसकी वजह से रैशेज या फिर इंफ्लामेशन की समस्या हो सकती है।
त्वचा पर देसी नुस्खों का प्रभाव
कई बार आपने लोगों से सुना होगा कि देसी नुस्खों उनके लिए काफी फायदेमंद साबित हुए हैं। हालांकि, कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो यह कहते हैं कि इससे स्किन प्रॉब्लम घटने के बजाय बढ़ गई है। साथ ही, उन्हें इससे एलर्जी होने लगती है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं कि यह त्वचा को इफेक्ट करते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कई बार पर नेचुरल इंग्रेडिएंट्स को सही तरीके से स्टोर नहीं किया जाता। उनमें फंगस या फिर अन्य कीड़े देखने को मिलते हैं। ऐसे में उसे त्वचा पर अप्लाई करने से स्किन डैमेज हो सकती है। इसके अलावा नेचुरल इंग्रेडिएंट्स को किसी गलत चीजों के साथ मिक्स कर फेस पैक या फिर स्क्रब तैयार करने से भी त्वचा पर एलर्जी होने लगती है। गलत इंग्रेडिएंट्स का प्रभाव आपकी स्किन पर जल्दी देखने को मिलता है।
अंदरूनी गड़बड़ी भी है एक कारण
एक्सपर्ट के अनुसार, कई बार स्किन से जुड़ी समस्या जैसे एक्ने, रैशेज या फिर इंफ्लामेशन के पीछे गट प्रॉब्लम होती है। लेकिन लोग इसे समझने के बजाय त्वचा पर नेचुरल इंग्रेडिएंट्स अप्लाई करना शुरू कर देते हैं। उन्हें लगता है कि इससे पॉजिटिव इफेक्ट देखने को मिल सकता है। ऐसे में उन्हें अपने विचारों को बदलने की जरूरत है। उन्हें अंदरूनी गड़बड़ी या फिर अन्य शारीरिक परेशानियों को भी देखना होगा, क्योंकि ऐसा हो सकता है कि स्किन प्रॉब्लम इससे जुड़ी हो।
हर स्किन प्रॉब्लम का इलाज नहीं DIY फेस मास्क
डॉक्टर बताती हैं कि अक्सर लोग स्किन प्रॉब्लम के लिए DIY फेस मास्क अप्लाई करने लगते हैं। हर स्किन प्रॉब्लम का इलाज इससे नहीं किया जा सकता है। अगर आप परेशानियों को ठीक करना चाहते हैं तो उससे पहले नेचुरल इंग्रेएंट्स को इस्तेमाल करने के बजाय अन्य महत्वपूर्ण कारणों पर गौर करना शुरू करें। बिना कारणों को जानें, हम सही उपचार नहीं कर सकते हैं। स्किन प्रॉब्लम को ठीक करने के लिए इसके जड़ तक जाना जरूरी होता है।