कई बार गलत-पीने की वजह से हमारे पेट में गैस बनने लगती है, जिसकी वजह से तेज दर्द उठता है। यदि आपको भी यह दिक्कत है, तो यहां जानें खाने की ऐसी कौन सी चीजें हैं, जिसको अपनी डायट में शामिल करनी चाहिए।
पेट की गैस का रामबाण उपाय हैं घर की ये 7 चीजें, दर्द हो जाएगा छूमंतर!
पेट दर्द के सबसे आम कारणों में से एक पेट में अधिक एसिड होना है। इसे गैस्ट्रिक पेन कहा जाता है। यह पेट के ऊपरी हिस्से में हल्के से गंभीर दर्द और ऐंठन से अलग होता है। सूजन, अपच, भूख लगना लेकिन भोजन से पहले पेट भरा हुआ महसूस होना, मतली या उल्टी आदि गैस्ट्रिक पेन के मुख्य लक्षण हैं।
गैस्ट्रिक पेन आमतौर पर तेजी से भोजन गटकने, अधिक मात्रा में कार्बोनेटेड पेय पदार्थ पीने या ऑयली जंक फूड खाने के कारण होता है। इसके अलावा अधिक स्टार्च युक्त या अघुलनशील फाइबर युक्त भोजन पेट के माइक्रोबायोम को असंतुलित कर देते हैं। इसके कारण अपच की समस्या होने लगती है। आइए जानते हैं गैस्ट्रिक पेन से बचने के लिए किन खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
दही
दही में अच्छे बैक्टीरिया होते हैं जो पाचन को बढ़ाने में मदद करते हैं। दही में पानी, जीरा पाउडर आर काला नमक मिलाकर पीना पेट के लिए फायदेमंद होता है। इसे स्मूदी में सेब के साथ मिलाकर भी सेवन किया जा सकता है।
हर्बल टी
हर्बल चाय पौधों के एक्सट्रेक्ट से बनाया जाता है और इसमें कई तरह के औषधीय गुण पाए जाते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। हर्बल टी का सेवन करने से पाचन मजबूत होता और गैस के कारण पेट में होने वाला दर्द कम होता है। इसके लिए अदरक, पिपरमिंट और कैमोमाइल टी का सेवन किया जा सकता है।
सौंफ
सौंफ का बीज गैस्ट्रिक पेन को दूर करने में बहुत फायदेमंद है। भोजन के बाद सौंफ को चबाने से पाचन बेहतर होता है। इसमें कुछ महत्वपूर्ण यौगिक पाए जाते हैं, जो भोजन को आसानी से पचाते हैं। इससे अपच और कब्ज की समस्या नहीं होती है।
सेब का सिरका
सेब का सिरका आंत में अम्लीय माइक्रोएन्वायरमेंट प्रदान करता है और पाचन एंजाइमों के संश्लेषण को सक्रिय करता है। इससे पाचन क्रिया मजबूत होती है और गैस के कारण पेट में दर्द, सूजन और अन्य लक्षणों को भी कम करता है। रोजाना एक गिलास पानी में दो चम्मच सेब का सिरका मिलाकर सेवन करने से गैस्ट्रिक पेन से राहत मिलता है।
लौंग
लौंग सूजन, गैस्ट्रिक पेन, पेट फूलना, कब्ज आदि के लिए एक पारंपरिक उपाय है। लौंग को चबाने या भोजन के बाद इलायची के साथ एक चम्मच लौंग के पाउडर का सेवन करने से पाचन एसिड का स्त्राव होता है। जिससे एसिडिटी से बचाव होता है और पेट में जमा अधिक गैस बाहर निकल आती है।
हाई फाइबर फूड
उच्च फाइबर खाद्य पदार्थ जैसे नट और बीज, फलियां, जामुन, और हरी सब्जियां पूरे पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होती हैं और गैस्ट्रिक दर्द से निपटने में मदद करती हैं। गैस्ट्रिक स्वास्थ्य के लिए ब्रोकोली विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। फाइबर का एक अच्छा स्रोत होने के अलावा, इसमें सल्फरफेन का उच्च स्तर भी होता है। यह एक यौगिक है, जो H. pylori बैक्टीरिया को मारता है, जिससे पेट की समस्याएं होती हैं।
वेजिटेबल ड्रिंक्स
गैस्ट्रिक दर्द वाले लोगों के लिए फलों का रस अच्छा नहीं माना जाता, क्योंकि उसमें शुगर और एसिड का लेवल काफी ज्यादा हाई होता है। लेकिन सब्जियों का रस और स्मूदी इसे ठीक करने में मदद करते हैं। उदाहरण के लिए, आलू के रस में एंटी-ऑक्सीडेटिव गुण होते हैं और यह पेट दर्द से राहत दिलाता है। कद्दू का रस गैस्ट्रिक एसिडिटी को कम कर सकता है, जिससे पेट की लाइनिंग तेजी से ठीक हो जाती है।
पेट में गैस के कारण होने वाले दर्द को दूर करने के लिए घरेलू उपाय बहुत कारगर हैं। लौंग, सेब का सिरका और दही का नियमित सेवन करने से पेट से जुड़ी समस्याएं कम हो जाती हैं।