घर में सकारात्मक माहौल बनाने के लिए ज़रूरी है कि आपके घर की सजावट वास्तु नियमों के अनुरूप हो। घर में अलग-अलग जगहों पर की गई इंटीरियर डेकोरेशन का भी हमारे जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता है। सकारात्मक सोच की उत्पत्ति आपके आवास स्थल पर मौजूद सकारात्मक ऊर्जा पर निर्भर करती है।

शुभ-लाभ का हो प्रवेश द्वार
वास्तु में प्रवेश द्वार को बहुत अहम् माना गया है। यह घर का आइना होता है, इसे हमेशा साफ़-सुथरा रखें। यहां ज्यादा तड़क-भड़क वाली तस्वीरें न लगाकर शुभ प्रतीक चिह्न जैसे स्वास्तिक, ॐ, कलश, पवनघंटी, शंख, मछलियों का जोड़ा या आशीर्वाद मुद्रा में बैठे गणेश जी लगाना शुभकारक रहता है। फ्रैश अथवा प्लास्टिक की फूल-पत्तियों के तोरण से भी द्वार को सजाया जा सकता है।

तस्वीर लगाने में रखें ध्यान
घर में जिन तस्वीरों को लगाना अनुचित माना गया है। वे हैं युद्ध के रक्त रंजित दृश्य, उजाड़ लैंडस्केप, सूखे पेड़ एवं अवसाद फैलाने वाले दृश्य। जिन जानवरों की तस्वीरें लगाना शुभ हैं। उनमें घोड़े की तस्वीर लगाना शामिल है। घोड़े  बलिष्टता, विस्तार, गति और पौरुष बल का प्रतिनिधित्व करते हैं। घोड़े का शोपीस या भागते हुए घोड़ों की तस्वीर पूर्व या उत्तर-पश्चिम दिशा में लगाने से काम में गति आती है। धैर्य का प्रतीक हाथी की तस्वीर उत्तर या दक्षिण दिशा में लगाने से यश एवं प्रसिद्धि निश्चित प्राप्त होते हैं। शांति और प्रचुरता की प्रतीक गाय को पूर्व, दक्षिण-पूर्व में रखने से दुःख और चिंताएं समाप्त होकर इच्छाओं की पूर्ती होने में मदद मिलती है।

समृद्धि देंगे पौधे
हरे-भरे पौधे देखने से मन को सुकून मिलता है। वहीँ तनाव दूर होता है, ख़ुशी महसूस होती है। घर के पूर्व या उत्तर में मनीप्लांट, बैम्बू बंच या कोई छोटा इंडोर प्लांट जैसे पौधे रखना सुंदरता के साथ-साथ समृद्धिकारक भी माने गए हैं। ध्यान रहे सूखे, कांटेदार और बोन्साई पौधे निराशा के सूचक हैं, इन्हें न लगाएं। घर की उत्तर दिशा की तरफ हरे-भरे जंगल अथवा लहलाती फसलों का चित्र लगाने से एक साथ कई लाभ प्राप्त होते हैं। इससे आपके द्वारा किए गए कार्यों को कीर्ति, प्रतिष्ठा एवं विकास तो मिलता ही है। साथ में उन कार्यों से धन का आगमन भी होता है।

लाइट न कम न ज़्यादा
वास्तु के अनुसार घर में प्रकाश की व्यवस्था पर्याप्त होनी चाहिए। प्रकाश की कमी तरक्की में बाधक, कार्यों में विघ्न एवं बहस आदि का कारण भी बन सकती है। अगर लाइट बहुत तेज़ या कम है तो आपकी आँखों पर बुरा असर पड़ता है वहीँ सही प्रकाश न होना वास्तु दोष भी उत्पन्न करता है और वहां पर नकारात्मक ऊर्जा का संचार होने लगता है।

अन्य जरूरी टिप्स
*मधुर दाम्पत्य जीवन के लिए मास्टर बैडरूम में दो हंसों का जोड़ा या दो लव बर्ड्स रखें या फिर आलिंगनबद्ध राधा कृष्ण की तस्वीर उत्तर दिशा में लगाएं।
*रसोई में नकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश को रोकने के लिए बाहर के जूते-चप्पल न लेकर आएं। गैस स्टोव दक्षिण-पूर्व दिशा में एवं पानी का कलश उत्तर-पूर्व दिशा की तरफ रखें।
*हरी-भरी एक तुलसी का पौधा ईशान कोण में रखें। इसमें नियमित रूप से शुद्ध जल दें और शाम के समय इसके नीचे घी का दीपक जलाएं,ऐसा करने से आपके परिवार पर महालक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी।
*दिशाओं के अनुरूप परदों के रंग और डिज़ाइन का सही चयन करना चाहिए। ऐसा करने से न केवल आपका घर खूबसूरत लगेगा बल्कि आपको सुकून भी महसूस होगा। परदों के द्वारा घर के सभी कमरों में सकारात्मक वास्तु को संतुलित किया जा सकता है।
*घर में उत्तर दिशा, ईशान दिशा, पूर्व दिशा में हल्का सामान रखना लाभकारी है। वहीँ भारी फर्नीचर को दक्षिण या दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना शुभ फलों में वृद्धि करेगा।

 

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